जब तालिबानी लड़ाकों से हुआ भारतीय पत्रकार का सामना

सड़कों पर चोरो तरफ शरणार्थियों का रेला था. अपनी जान बचान के लिए शरणार्थी पार्कों में शरण ले रहे थे.

सड़कों पर चोरो तरफ शरणार्थियों का रेला था. अपनी जान बचान के लिए शरणार्थी पार्कों में शरण ले रहे थे.

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Sunder Singh
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सांकेतिक फोटो

भारतीय पत्रकार का हुआ लड़ाकों से सामना ( Photo Credit : social media)

अफगानिस्तान (Afghanistan) का हाल किसी से छिपा नहीं है. काबुल हवाई अड्डे से आई वीडियो व तस्वीरों ने सबको हिलाकर रख दिया है. ऐसे में एक भारतीय पत्रकार अफगानिस्तान से मीडिया कवरेज कर भारत आया है. उसने मीडिया को आंखो देखा हाल बताया तो रोंगटे खड़े हो गए. पत्रकार शुभोजित रॅाय बताते हैं कि तालिबानियों ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है. साथ ही धीरे-धीरे संसाधनों पर भी कब्जा कर रहे हैं. कवरेज के दौरान उनका भी तालिबानी फाइटर से सामना हुआ है. पत्रकार के आंखों देखा हाल सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया पर लोग पत्रकार की बाहदुरी को भी सलाम कर रहे हैं. 

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एक निजी चैनल से हुई बातचीत में पत्रकार शुभोजित ने बताया कि वह शुक्रवार की शाम को वहां पहुंचा था. तब तालिबान की पकड़ वहां मजबूत होती जा रही थी. सड़कों पर चोरो तरफ शरणार्थियों का रेला था. अपनी जान बचान के लिए शरणार्थी पार्कों में शरण ले रहे थे. पासपोर्ट कार्यालय के बाहर लंबी लाइन लगी थी. लोगों की आंखों में निराशा का भाव था. किसी कुछ पूछना चाहो तो सिर्फ एक ही बात बोलते थे कि तालिबानी राज में यहां नहीं रहेंगे. लेकिन इतनी बड़ी संख्यां में निकल कैसे पाएंगे और कहां जाएंगे इसके बारे कुछ ज्यादा नहीं बोलते थे.

हालात खराब होने पर निकलना पड़ा
तीन दिन बाद अचानक वहां ज्यादा महौल बिगड़ने लगा. इसके बाद उन्होने अफगानिस्तान से निकलने का मन बनाया. हालाकि वहां से निकलने का निर्णय एक मुश्किल निर्णय था. उन्होने बताया कि जब वह सुबह लगभग पांच बजे निकले तो वहां अफरा-तफरी का माहौल था. टैक्सी की व्यवस्था करने में काफी परेशानी आई. एक मित्र की मदद से टैक्सी की व्यवस्था हो पाई. होटल से वे निकलने ही वाले थे कि तालिबानी लड़ाके वहां आ गए. लेकिन उन्होने उस समय उन्हे कुछ नहीं कहा. हवाई अड्डे पहुंचकर एक बार फिर मेरा तालिबानी लड़ाकों से सामना हुआ. उन्होने ट्रैक्सी ड्राइवर से पूछा ये कौन है. साथ ही इसके बाद उन्होने मुझसे भी पूछा कहां जाना चाहते हो. मैने इंडिया कहा तो उन्होने कहा कि तुम्हे अमेरिका नहीं जाना. जवाब में मैने कहा कि मैं तो इंडिया ही जाना चाहता हूं.

अफगानिस्तान छोड़ने की जल्दी
एयरपोर्ट पर हर किसी की आंखों में निराशा का भाव साफ दिख रहा था. हर किसी को देश छोड़ने की जल्दी थी. किसी पर न टिकट थी और न ही वीजा. बस सब लोग अफगानिस्तान छोड़कर जाना चाहते थे. तालिबानी लड़ाके लोगों को एयरपोर्ट जाने से रोक रहे थे. हमे भी काफी देर तक रोके रखा. लेकिन बाद में जाने दिया. इस दौरान हजारो अफगानी नागरिक भी एयरपोर्ट घुस गए. इस दौरान तालिबानी लड़ाके बीच-बीच में हवाई फायरिंग भी कर रहे थे. ताकि लोगों में दहशत बनी रहे.

HIGHLIGHTS

  • पत्रकार शुभोजित ने बताया आंखो देखा हाल 
  • आखिर अमेरिका क्यों जाना चाहते हैं अफगानी नागरिक
  • बामुश्किल पहुंच सका एयरपोर्ट 

Source : News Nation Bureau

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