logo-image

फिजिकल ट्रेनिंग के दौरान 160 किलो वजनी BSF जवान की मौत, हैरान कर देगा मामला

राजस्थान के जोधपुर स्थित बीएसएफ के एक प्रशिक्षण केंद्र में 17 जुलाई की शाम कॉन्स्टेबल विनोद सिंह को चक्कर आए थे, जिसके बाद उन्होंने अपनी बैरक के पास ही दम तोड़ दिया था.

Updated on: 06 Aug 2020, 06:37 PM

नई दिल्ली:

सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक 160 किलो वजनी जवान की मौत के बाद विभाग एक्शन में आ गया है. बता दें कि बीएसएफ कॉन्स्टेबल विनोद सिंह (Vinod Singh) को शारीरिक फिटनेस पाठ्यक्रम में हिस्सा लेना था, जिसके लिए एक डॉक्टर ने उन्हें फिट घोषित किया था. लेकिन, पाठ्यक्रम में हिस्सा लेने के दौरान कॉन्स्टेबल विनोद सिंह की मौत हो गई. राजस्थान के जोधपुर स्थित बीएसएफ के एक प्रशिक्षण केंद्र में 17 जुलाई की शाम कॉन्स्टेबल विनोद सिंह को चक्कर आए थे, जिसके बाद उन्होंने अपनी बैरक के पास ही दम तोड़ दिया था.

ये भी पढ़ें- राम भक्ति की अद्भुत शक्ति, भूमि पूजन के लिए 151 नदियों का जल और श्रीलंका की मिट्टी लेकर अयोध्या पहुंचे दो भाई

45 साल के विनोद सिंह को फिट घोषित करने वाले डॉक्टर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं. बता दें कि इस पूरे मामले में बीएसएफ के महानिदेशक एस. एस. देसवाल ने घटना की तत्काल जांच के आदेश दिए थे. विनोद सिंह की मौत के मामले में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘जोधपुर में एक प्रशिक्षण केंद्र में एक जवान की मौत के मामले में हाल में प्रारंभिक जांच पूरी होने के बाद बल के एक डॉक्टर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का आदेश दे दिया गया है. जवाबदेही तय करने के लिए आगे की प्रक्रिया जारी है.’’

ये भी पढ़ें- देश का एक ऐसा गांव, जहां अनहोनी के डर से राखी नहीं बांधती बहनें.. हैरान कर देगी वजह

इससे पहले बीएसएफ ने कहा था, ‘‘जवान का वजन 160 किलोग्राम था और 52.98 बीएमआई के साथ वह निम्न चिकित्सकीय श्रेणी का व्यक्ति था. हालांकि, यह पाया गया है कि संबंधित कॉन्स्टेबल को फिटनेस पाठ्यक्रम के लिए फिट घोषित किया गया था. यह पता करने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं कि जवान को किन परिस्थितियों में फिट घोषित किया गया था.’’

ये भी पढ़ें- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बच्चे को तोहफे में दी रेसिंग साइकिल, वजह जानने के बाद हो जाएंगे भावुक

बता दें कि मृतक विनोद सिंह बीएसएफ की 114वीं बटालियन में तैनात था और वह जोधपुर स्थित प्रशिक्षण केंद्र में 15 जुलाई को शारीरिक फिटनेस पाठ्यक्रम में शामिल हुआ था. बीएसएफ महानिदेशक देसवाल ने ही जवानों के लिए फिटनेस पाठ्यक्रमों की शुरुआत की है. उन्होंने कहा था कि बीएसएफ में मौजूद सभी वजनी जवानों की पहचान कर उन्हें शारीरिक प्रशिक्षण के लिए भेजा जाना चाहिए.