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राम भक्ति की अद्भुत शक्ति, भूमि पूजन के लिए 151 नदियों का जल और श्रीलंका की मिट्टी लेकर अयोध्या पहुंचे दो भाई

राधेश्याम पांडेय ने बताया कि उन्होंने भूमि पूजन के लिए 151 नदियों का जल और श्रीलंका के 16 स्थानों की मिट्टी इकट्ठा कर अयोध्या लेकर आए हैं. जिनमें 3 समुद्र और 8 बड़ी नदियों का जल भी शामिल है.

Updated on: 04 Aug 2020, 06:26 PM

नई दिल्ली:

Ayodhya Ram Mandir - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार, 5 अगस्त को अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण की शुरुआत से पहले भूमि पूजन करेंगे. देश-विदेश के कोने-कोने में रहने वाले राम भक्तों के लिए ये एक सपने जैसा है, जो कई सालों के संघर्ष के बाद आखिरकार पूरा हो गया है. भूमि पूजन को देखते हुए पूरे अयोध्या को चमका दिया गया है. भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण से पहले होने वाले इस ऐतिहासिक भूमि पूजन को भव्य और यादगार बनाने के लिए देशभर से रामभक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं.

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इसी कड़ी में दो बुजुर्ग रामभक्त रविवार को अयोध्या पहुंचे. ये दोनों रामभक्त सगे भाई हैं, जो राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन में अपना योगदान देने के लिए 52 सालों से विभिन्न नदियों का जल और मिट्टी इकट्ठा कर रहे थे. रविवार को अयोध्या पहुंचे राधेश्याम पांडेय ने बताया कि उन्हें विश्वास था कि एक न एक दिन भगवान राम का मंदिर जरूर बनेगा. इसी उम्मीद में ये दोनों भाई भूमि पूजन के लिए साल 1968 से विभिन्न नदियों का जल और मिट्टी इकट्ठा कर रहे थे.

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राधेश्याम पांडेय ने बताया कि उन्होंने भूमि पूजन के लिए 151 नदियों का जल और श्रीलंका के 16 स्थानों की मिट्टी इकट्ठा कर अयोध्या लेकर आए हैं. जिनमें 3 समुद्र और 8 बड़ी नदियों का जल भी शामिल है. अयोध्या पहुंचे दोनों रामभक्तों ने बताया कि मंदिर निर्माण से काफी खुश हैं.