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दो भाइयों के पीछे पड़ा तेंदुआ, बर्थडे केक ने बचाई दोनों की जान

मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में फिरोज के बेटे के जन्मदिन की पार्टी की तैयारी चल रही थी तभी अचानक वहां एक गन्ने की खेत से निकलकर तेंदुआ पहुंच गया जिसके देखकर दो भाइयों की हालत खराब हो गई.

Updated on: 02 Jul 2021, 02:25 PM

बुरहानपुर:

मध्य प्रदेश में एक ऐसा मामला हुआ जिसे सुनकर आपको यकीन नहीं होगा. जन्मदिन के लिए मंगाए गए केक ने कई लोगों की जान बचा ली. आपको भले ही यह सुनकर थोड़ा अजीब लगे लेकिन यह सच है. दरअसल मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में फिरोज के बेटे के जन्मदिन की पार्टी की तैयारी चल रही थी तभी अचानक वहां एक गन्ने की खेत से निकलकर तेंदुआ पहुंच गया जिसके देखकर दो भाइयों की हालत खराब हो गई. दरअसल फिरोज और साबिर मिलकर फिरोज के बेटे के जन्मदिन को मनाने की तैयारी कर रहे थे. जब वह बाइक से केक लेकर आ रहे थे तो रास्ते में उके पीछे तेंदुआ पड़ गया. तेंदुए दो देखते ही वह भागने लगे. तेंदुआ भी उनके पीछे भाग रहा था. पीछे बैठे साबिर को जब कुछ नहीं सूझा तो उसने जन्मदिन का केक ही पीछे फेंक कर तेंदुए के मारा.

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केक तेंदुए के शरीर पर फेल गया. इससे तेंदुआ डर गया और भाग कर खेत की तरफ भाग गया. इससे फिरोज और साबिर दोनों की जान बच गई. घटना को लेकर साबिर ने कहा, "तेंदुआ 500 मीटर (गज) तक हमारा पीछा करता रहा. हम केक की वजह से बाल-बाल बचे."

इस घटना को लेकर अधिकारियों का कहना है कि गुरुवार को दो भाइयों ने मध्य प्रदेश में एक तेंदुए से बचने के लिए जानवर पर जन्मदिन का केक फेंका जिससे वो डर कर भाग गया. वन विभाग अधिकारी के मुताबिक "जब आपको खतरा महसूस होता है तो आपकी पहली प्रवृत्ति यह होती है कि आप खुद को बचाने के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं वह करें, उन्होंने यही किया. उनके पास एक केक था और उन्होंने उसे तेंदुए पर फेंक दिया और उनकी जान बच गई."

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आंकड़ों के मुताबिक भारत में तेंदुओं की संख्या 2014 और 2018 के बीच 60 प्रतिशत से अधिक बढ़कर लगभग 13,000 हो गई है, सरकार के अनुसार, मध्य प्रदेश में सबसे अधिक संख्या में तेंदुआ है. लगातार इनके संरक्षण के लिए कोशिशें की जा रही हैं. एक समय ऐसा था जब तेंदुए विलुप्ट होने के कगार पर पहुंच गए थे.