/newsnation/media/post_attachments/images/2020/12/22/electricity-ians-35.jpg)
प्रतीकात्मक तस्वीर( Photo Credit : फाइल फोटो)
बिजली विभाग (Electricity Department) अक्सर अपनी लापरवाही और गड़बड़ी की वजह से चर्चाओं में रहता है. कुछ ऐसा ही हुआ है हरियाणा के सिरसा में. यहां बिजली विभाग ने एक राइस मिल को इतना बिल भेज दिया है कि मिल के मालिक के पैरों तले जमीन खिसक गई. आप भी बिजली का बिल देख लेंगे तो आपके भी होश उड़ जाएंगे. दरअसल, बिजली विभाग ने इस राइस मिल को 90 करोड़ से ज्यादा का बिल भेजा है. इस मामले में एक चौंकाने वाली बात यह भी है कि बिजली विभाग ने जो लंबा चौड़ा बिल भेजा है, उस वक्त में लॉकडाउन के चलते राइस मिल बंद थी. अब इस गड़बड़ी को बिजली विभाग टैक्निकल दिक्कत बताते हुए, जल्द ही ठीक करने का आश्वासन दे रहा है.
यह भी पढ़ें : यहां मिला दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा हीरा, जानिए क्या है साइज
यह पूरा मामला हरियाणा के सिरसा जिले के कलांवली इलाके में स्थित श्री गणेश राइस इंडस्ट्रीज का है. बीते दिनों में बिजली विभाग की ओर से मिल संचालक को 90 करोड़ से ज्यादा का बिल भेजा गया है, जबकि इस दौरान लॉकडाउन के चलते मिल बंद पड़ी थी. अब इतना भारी-भरकम बिल देखकर राइस मिल संचालक के होश उड़ गए हैं. समाचार एजेंसी एएनआई को श्री गणेश राइस इंडस्ट्रीज के मालिक ने बताया है कि आम तौर पर हमें 5-6 लाख रुपये का बिल मिलता है, लेकिन अब जब कारखाना बंद है तो हमें 90.137 करोड़ रुपये से अधिक का बिल मिला है.
Haryana | A rice mill in Kalanwali,Sirsa receives electricity bill worth over Rs 90 crores despite factory being shut. "Normally we receive bill b/w Rs 5-6 lakhs, but now when factory is shut we've received over Rs 90.137 crores bill,"said Shri Ganesh Rice Industries owner(18.06) pic.twitter.com/66Yk6haObR
— ANI (@ANI) June 18, 2021
यह भी पढ़ें : लगवाई एक वैक्सीन और मिल गए दो टीकों के सर्टिफिकेट, अब नई असमंजस में फंसा युवक
इस लंबे चौड़े बिल को देखकर राइस मिल के मालिक परेशान हैं और उसे ठीक कराने के लिए बिजली विभाग के चक्कर काट रहे हैं. उधर, 90 करोड़ से ज्यादा बिल भेजे जाने के बाद इसकी जानकारी मिलने पर बिजली विभाग भी हैरान है. इस गड़बड़ी के चलते विभाग में हड़कंप भी मचा है. हालांकि बिजली विभाग की ओर से इसे सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी बताया जा रहा है. अनुमंडल पदाधिकारी रवि कुमार ने बताया है कि नए सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी के कारण 90 करोड़ रुपये का बिल आया. उन्होंने कहा है कि बिल फिक्स हो गया है, इसे ऑनलाइन भी अपडेट किया जाएगा.