यहां सिर्फ मनोरंजन के नाम पर 1428 डॉल्फिन को मार डाला गया, तस्वीर देख रो उठेंगे आप

समुद्र के किनारे मरीं पड़ीं इन सैकड़ों डॉल्फिन की तस्वीर शेयर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया.डॉल्फिन से इतना खून निकला है कि इससे समुद्र का किनारा तक लाल रंग का दिखाई दे रहा है.

समुद्र के किनारे मरीं पड़ीं इन सैकड़ों डॉल्फिन की तस्वीर शेयर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया.डॉल्फिन से इतना खून निकला है कि इससे समुद्र का किनारा तक लाल रंग का दिखाई दे रहा है.

author-image
nitu pandey
एडिट
New Update
dolphins

मनोरंजन के नाम पर 1428 डॉल्फिन को मार डाला गया( Photo Credit : Blue Planet Society)

कहते हैं डॉल्फिन इंसानों से बहुत जल्दी दोस्ती कर लेते हैं. डॉल्फिन को सबसे बुद्धिमान प्रजाति में शुमार किया गया है. लेकिन कभी-कभी हम इंसान इतने मतलबी हो जाते हैं कि इस प्यारे जीव की जिंदगी छिन लेते हैं. ऐसी ही एक तस्वीर डेनमार्क से सामने आई है जहां एक नहीं, दो नहीं बल्कि 1428 डॉल्फिन का शिकार किया गया. जिसके बाद हंगामा मचा हुआ है. डेनमार्क के स्वामित्व वाले फरो आइलैंड्स से एक तस्वीर सब जगह वायरल हो रही है. जिसमें समुद्र के किनारे मरे हुए डॉल्फिन पड़े हुए हैं. समुद्र का किनारा खून से लाल है. तस्वीर देखकर रोंगटे खड़े हो जा रहे हैं. 

Advertisment

एक एनिमल एक्टिविस्ट ग्रुप ने समुद्र के किनारे मरीं पड़ीं इन सैकड़ों डॉल्फिन की तस्वीर शेयर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया.डॉल्फिन से इतना खून निकला है कि इससे समुद्र का किनारा तक लाल रंग का दिखाई दे रहा है.मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इतनी बड़ी संख्या में डॉल्फिन का शिकार फरो आइलैंड्स में आयोजित होने वाले "ग्रिंड" नामक एक पारंपरिक हंटिंग इवेंट के दौरान किया गया है.

एनिमल वेलफेयर ग्रुप शी शेफर्ड ने 12 सितंबर को डॉल्फिन के शिकार की तस्वीरें शेयर की. उन्होंने लिखा, शिकारियों ने पहले डॉल्फिन के झुंडों को घेरकर उथले पानी की ओर खदेड़ा और बाद में चाकू और दूसरे नुकीले हथियारों से उनको मार डाला. डॉल्फिन से इतना खून निकला कि समुंद्र का किनारा लाल हो गया.

इसे भी पढ़ें:जंगल सफारी करने निकले थे लोग..रास्ते में आ गया टाइगर

ग्रिंड परंपरागत समारोह है. इसे सैकड़ों साल पहले शुरू किया गया था. यह इवेंट कानूनी रूप से मान्य है. इसमें शिकार किया जाता है. शिकार हर साल गर्मियों में आयोजित की जाती है. समुद्र में पाए जाने वाले जलजीव का शिकार किया जाता है. शिकार की हत्या के बाद उसके मांस को ये शिकारी खाते हैं.

एनिमल वेलफेयर समूह का दावा है कि डॉल्फिन की संख्या इतनी ज्यादा है कि इनके मांस का पूरा उपयोग नहीं किया जा सकता है. तस्वीर वाकई दहलाने वाला है. हम इंसान पंरपरा के नाम पर बेजुबान की जान लेने से बाज नहीं आते हैं. बेजुबान को शिकार के नाम पर, बलि के नाम पर मार देना किसी भी तरह सही नहीं ठहराया जा सकता. इसका विरोध होना चाहिए.

Source : News Nation Bureau

mass hunt sea of blood video faroe islands Denmark
      
Advertisment