क्या हम ब्रह्मांड में अकेले हैं, या कोई हमें दूर अंतरिक्ष से देख रहा है? यह सवाल दशकों से वैज्ञानिकों और आम लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. हाल ही में, कुछ वैज्ञानिकों और रिसर्चर्स ने दावा किया है कि धरती पर कुछ रहस्यमयी रेडियो सिग्नल मिल रहे हैं, जिन्हें समझना आसान नहीं है. इस दावे ने एलियंस (Aliens) के अस्तित्व पर नई बहस छेड़ दी है.
क्या है एलियन कॉल का दावा?
एस्ट्रोनॉमर्स को पिछले कुछ वर्षों से ऐसी रेडियो फ्रीक्वेंसी मिल रही हैं, जिनका कोई स्पष्ट स्रोत नहीं है. हाल ही में, SETI (Search for Extraterrestrial Intelligence) प्रोजेक्ट से जुड़े वैज्ञानिकों ने बताया कि उन्होंने अंतरिक्ष से आने वाली रहस्यमयी रेडियो तरंगों का विश्लेषण किया है. इन सिग्नलों की विशेषताएं प्राकृतिक खगोलीय घटनाओं से मेल नहीं खातीं, जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि यह किसी एलियन सभ्यता का संकेत हो सकता है.
क्या कहती है रिसर्च?
1. 1977 का “Wow! सिग्नल” – वैज्ञानिकों को पहली बार 15 अगस्त 1977 को एक बेहद ताकतवर रेडियो सिग्नल मिला था, जिसे “Wow! सिग्नल” नाम दिया गया. यह सिग्नल 72 सेकंड तक चला था, लेकिन दोबारा नहीं सुना गया.
2. FRB (Fast Radio Bursts) का रहस्य – हाल के वर्षों में वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष से तेजी से आने वाले रेडियो बर्स्ट (FRB) दर्ज किए हैं. इनमें से कुछ सिग्नल इतनी पैटर्न में आते हैं कि वैज्ञानिकों को संदेह होने लगा है कि यह किसी बुद्धिमान सभ्यता का संकेत हो सकता है.
3. चीन के FAST टेलीस्कोप का दावा – चीन के वैज्ञानिकों ने अपने विशाल रेडियो टेलीस्कोप “FAST” से दावा किया कि उन्हें कुछ असामान्य रेडियो सिग्नल मिले हैं, जिनका कोई ज्ञात स्रोत नहीं है. हालांकि, बाद में इसे “मानवीय हस्तक्षेप” बताया गया.
एलियंस का संदेश या कोई प्राकृतिक घटना?
वैज्ञानिक अभी इस पर एकमत नहीं हैं कि ये सिग्नल वास्तव में एलियंस की तरफ से आ रहे हैं या नहीं. कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि ये सिग्नल ब्लैक होल्स, न्यूट्रॉन स्टार्स, या अन्य ब्रह्मांडीय घटनाओं से उत्पन्न हो सकते हैं. वहीं, कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि अगर किसी उन्नत सभ्यता ने हमें सिग्नल भेजे हैं, तो उन्हें डिकोड करने में हमें लंबा वक्त लग सकता है.
क्या हम एलियंस से संपर्क कर सकते हैं?
SETI और अन्य वैज्ञानिक संगठन लगातार अंतरिक्ष में सिग्नल भेजने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि अगर कोई एलियन सभ्यता हो, तो वह हमसे संपर्क कर सके. 1974 में, वैज्ञानिकों ने “Arecibo Message” नामक एक रेडियो सिग्नल अंतरिक्ष में भेजा था, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं मिला है.