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निको रोसबर्ग ने जीता फॉर्मूला वन खिताब, फोर्स इंडिया रहा चौथे स्थान पर

फॉर्मूला वन के इतिहास में रोसबर्ग दूसरे ऐसे रेसर हैं, जिनके पिता भी यह खिताब पहले अपने नाम कर चुके हों। उनके पिता केके ने यह खिताब 1982 में अपने नाम किया था।

Updated on: 28 Nov 2016, 12:56 PM

highlights

  • रेस हैमिल्टन ने जीता, फॉर्मूला वन सीजन रोसबर्ग के नाम
  • फोर्स इंडिया ने भी हासिल किया एतिहासिक स्थान

नई दिल्ली:

मर्सिडीज फॉर्मूला वन टीम के ड्राइवर निको रोसबर्ग तीन बार के चैंपियन और अपनी ही टीम के लुइस हैमिल्टन को पछाड़ कर फॉर्मूल वन चैंपियन बन गए हैं।

अबू धाबी में रविवार को सीजन के आखिरी ग्रैंड प्रिक्स में जर्मनी के रोसबर्ग दूसरे स्थान पर रहे। लेकिन प्वाइंट्स के आधार पर वह चैंपियन बनने में कामयाब रहे। रोसबर्ग का यह पहला फॉर्मूला वन खिताब है।

वहीं फोर्स इंडिया टीम के लिए अच्छी बात यह रही कि टीम ने इस सीजन में चौथा स्थान हासिल किया। फोर्स इंडिया के जर्मन ड्राइवर निको हल्केनबर्ग ने अबू धाबी में सातवां और मेक्सिको के सर्जियो पेरेज ने आठवां स्थान हासिल किया। फॉर्मूला वन इतिहास में फोर्स इंडिया का यह अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है।

वहीं, अबू धाबी में तीसरे स्थान पर टीम फरारी के ड्राइवर सेबेस्टियन वेटेल रहे। हैमिल्टन 1:47.213 समय के साथ सबसे आगे रहे। दूसरे स्थान पर रहे रोसबर्ग ने 1:46.912 का समय निकाला जबकि वेटेल 1:46.605 के साथ तीसरे पायदान पर रहे।

फॉर्मूला वन के इतिहास में रोसबर्ग दूसरे ऐसे रेसर हैं, जिनके पिता भी यह खिताब पहले अपने नाम कर चुके हों। उनके पिता केके ने यह खिताब 1982 में अपने नाम किया था।

रोसबर्ग से पहले ब्रिटेन के डैमन हिल ने टीम विलियम्स के साथ यह खिताब जीता था, जबकि उनके पिता ग्राहम ने 1996 में फॉर्मूला वन अपने नाम किया था।

दूसरी ओर तीन बार के चैंपियन हैमिल्टन ने अबू धाबी में पहला स्थान हासिल करते हुए सीजन की 10वीं जीत हासिल की, जबकि उनके करियर की यह 53वीं जीत रही।