Merry Christmas Day 2024: हर साल की तरह इस साल भी क्रिसमस का त्योहार दुनियाभर में धूमधाम से 25 दिसंबर को मनाया जाएगा. क्रिसमस एक ऐसा खास त्योहार है जिसे ईसाई धर्म के साथ-साथ अन्य धर्मों के लोग भी बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं. यही वह दिन है जब ईसा मसीह का जन्म हुआ था. इसलिए क्रिसमस के दिन ईसाई लोग इकट्ठा होते हैं और प्रभु यीशु की पूजा करते हैं. इसी कड़ी में आज हम आपको बताएंगे हर साल क्रिसमस डे क्यों मनाया जाता है और इसके इतिहास के बारे में...
क्रिसमस 25 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है?
बता दें क्रिसमस का त्योहार सन 137 में रोमन बिशप ने इस पर्व को मनाने की आधिकारिक रूप से घोषणा की थी. लेकिन उस समय इस त्यौहार के लिए कोई निश्चित दिन नहीं था, लेकिन अभिलेखों के अनुसार, सम्राट कॉन्सटेंटाइन के अधीन, रोम में चर्च ने 25 दिसंबर 336 को क्रिसमस मनाना शुरू किया. 25 दिसंबर को उनके जन्म के बाद से मुख्य रूप से प्रभु यीशु के दर्शन किए जाने लगे.
क्रिसमस त्योहार का इतिहास
क्रिसमस त्योहार के इतिहास को लेकर यह त्यौहार ईसा मसीह के जन्म के बाद से मनाया जाता रहा है, इसलिए कुछ मान्यता यह भी है कि यह त्यौहार ईसा मसीह के जन्म से पहले भी मनाया जाता रहा है. यह त्यौहार रोमन त्यौहार सैंचुनेलिया का एक नया रूप है. ऐसा कहा जाता है कि सैंचुनेलिया एक रोमन देवता है. कहा जाता है कि बाद में जब ईसाई धर्म की स्थापना हुई तो लोग यीशु को अपना भगवान मानकर सेंटेनियल त्योहार को क्रिसमस डे के रूप में मनाने लगे.
ऐसे मनाते हैं क्रिसमस
क्रिसमस के दिन ईसा मसीह का जन्मोत्सव मनाने के लिए चर्चों में विशेष प्रार्थनाएं की जाती हैं और जगह-जगह प्रभु ईसा मसीह की झांकियां प्रस्तुत किए जाते हैं. इस दिन लोग अपने घरों में क्रिसमस ट्री सजाते हैं.
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