logo-image

भारत में Omicron से टूरिज्म सेक्टर को धक्का, 20 फीसदी कैंसिलेशन में इजाफा

भारत में पर्यटन क्षेत्र पर ओमीक्रॉन का खतरा मंडराने लगा है. चेन्नई में मदुरा ट्रैवल सर्विसेज के प्रबंध निदेशक श्रीहरन बालन कहते हैं, पिछले तीन दिनों में अकेले ट्रैवल एजेंसियों को आउटबाउंड यात्रा में लगभग 20 प्रतिशत कैंसिलेशन देखने को मिला है. 

Updated on: 03 Dec 2021, 12:44 PM

highlights

  • नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के आने से पर्यटन क्षेत्र फिर से संकट में
  • टूर ऑपरेटरों ने कहा, छुट्टियों के मौसम में कैंसिलेशन में इजाफा
  • पिछले तीन दिनों के दौरान 20 प्रतिशत लोगों ने टिकट रद्द कराया

नई दिल्ली:

लॉकडाउन और यात्रा प्रतिबंधों के कारण साल 2020 में पूरे एक साल के लिए COVID-19 महामारी की चपेट में आया था जिससे पर्यटन क्षेत्र को धक्का पहुंचा था. इस नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के आने से पर्यटन क्षेत्र को एक बार फिर से संकट का सामना करना पड़ रहा है. टूर ऑपरेटरों का कहना है कि छुट्टियों के मौसम में कैंसिलेशन बढ़ने से एक बार फिर से पर्यटन क्षेत्र में कमी देखने को मिल सकती है. इस नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के कारण लोग विदेश जाने का प्लान कैंसिल कर रहे हैं. 

यह भी पढ़ें : ओमीक्रॉन वेरिएंट को लेकर कई राज्यों ने लगाए प्रतिबंध, जानें आपके यहां क्या सख्ती?

 

पांच प्वाइंट में जानें कैसे हो रहा है पर्यटन क्षेत्र में नुकसान :


1. भारत में पर्यटन क्षेत्र पर ओमीक्रॉन का खतरा मंडराने लगा है. चेन्नई में मदुरा ट्रैवल सर्विसेज के प्रबंध निदेशक श्रीहरन बालन कहते हैं, पिछले तीन दिनों में अकेले ट्रैवल एजेंसियों को आउटबाउंड यात्रा में लगभग 20 प्रतिशत कैंसिलेशन देखने को मिला है. 

2.  बालन ने कहा कि वर्ष 2020 में लंबे लॉकडाउन के बाद इस छुट्टियों के मौसम में टूरिज्म सेक्टर अपने पैरों पर वापस खड़ा होने की कोशिश कर रहा था, लेकिन दुबई, यूरोप और अमेरिका के लिए आउटबाउंड बुकिंग में क्रिसमस और नए साल के जश्न से पहले ओमीक्रॉन खतरे के कारण गिरावट देखी जा रही है. कई लोग इस सीजन में इन गंतव्यों की यात्रा करने की योजना बनाई थी, वे अब कैंसिलेशन कर अपनी यात्राएं रद्द करने शुरू कर दी है.

3. महाराष्ट्र द्वारा ताजा यात्रा प्रतिबंधों ने यह चिंता पैदा कर दी है कि अगर अन्य राज्य भी इसका पालन करते हैं तो यह घरेलू पर्यटन को भी प्रभावित कर सकता है.

4. महामारी से पहले पर्यटन सेक्टर में जबरदस्त तेजी थी. उदाहरण के लिए तमिलनाडु के तीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों से वर्ष 2019 के शीतकालीन अवकाश के मौसम में पांच लाख बाहर जाने वाले यात्रियों ने यात्रा की थी. जबकि वर्ष 2020 में इसी सीजन में महामारी के कारण शून्य वृद्धि देखी गई. इस साल इसी अवधि के दौरान ओमीक्रॉन खतरे ने उद्योग को फिर से मुश्किल में डाल दिया है जबकि इस बीच यात्रा और पर्यटन क्षेत्र धीरे-धीरे उबरना शुरू किया था. 

5. कस्टमाइज्ड सेवाओं की पेशकश करने वाली पारंपरिक ट्रैवल एजेंसियों के प्रति ग्राहकों की रुचि फिर से देखने को मिल रही थी, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि ओमीक्रॉन का खतरा इन सेवाओं के विकास को धीमा कर देगा.