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Chamba: हिमाचल प्रदेश का चंबा सहर अपनी खूबसूरती के लिए है मशहूर, जानें यहां घूमने के लिए प्रसिद्ध जगह

Chamba: चंबा, हिमाचल प्रदेश का एक पुराना और सुंदर शहर है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक मंदिरों और शिल्पकला के लिए प्रसिद्ध है, रावी नदी के किनारे 996 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, चंबा पहाड़ी राजाओं की प्राचीन राजधानी हुआ करता था।

Updated on: 13 Mar 2024, 07:37 PM

New Delhi:

Chamba: चंबा हिमाचल प्रदेश का एक खूबसूरत शहर है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व और समृद्ध संस्कृति के लिए जाना जाता है. चंबा भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश में स्थित एक ऐतिहासिक शहर है. यह शहर पश्चिमी हिमालय की पहाड़ियों के बीच स्थित है और प्राचीन समय से ही महत्वपूर्ण रहा है. चंबा का इतिहास काफी प्राचीन है. इसके विभिन्न ऐतिहासिक स्मारकों, मंदिरों, और पारंपरिक आधारों में इसका प्रमाण मिलता है. चंबा के इतिहास में मुघल साम्राज्य, गुप्त राजवंश, राजपूत शासकों और ब्रिटिश साम्राज्य का अधिकार रहा है. चंबा का नाम 'चान्बा' शब्द से आया है, जिसका अर्थ होता है 'प्योंगी' या 'विभाजित'. इस शहर को भारतीय संस्कृति, विरासत, और सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण संग्रहालय माना जाता है. चंबा के इतिहास में धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराएँ, राजसी गर्भवती, और प्राचीन वास्तुकला की धरोहरें शामिल हैं. यहां के प्रमुख स्थलों में चमुंडा देवी मंदिर, चौरासी टेम्पल कंप्लेक्स, और चंबा का राजमहल शामिल हैं. चंबा एक समृद्ध और ऐतिहासिक शहर है जो पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है. यहां की प्राचीनतम और सांस्कृतिक धरोहरें इसे एक अनूठा स्थान बनाती हैं.

चंबा क्यों प्रसिद्ध है:

1. प्राकृतिक सौंदर्य:

खज्जियार: चंबा के पास स्थित, खज्जियार एक मनोरम झील और घास के मैदान वाला एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है. इसे "भारत का मिनी स्विट्ज़रलैंड" भी कहा जाता है.
डलहौजी: चंबा से कुछ किलोमीटर दूर स्थित, डलहौसी एक हिल स्टेशन है जो अपने देवदार के जंगलों, मनमोहक दृश्यों और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है.
चंबा घाटी: चंबा घाटी अपने प्राकृतिक सौंदर्य और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है. यह ट्रेकिंग और पर्वतारोहण के लिए एक लोकप्रिय स्थान है.

2. ऐतिहासिक महत्व:

चंबा शहर: चंबा शहर कई ऐतिहासिक मंदिरों और महलों का घर है, जिनमें शामिल हैं:
चंपावती मंदिर: यह मंदिर देवी चंपावती को समर्पित है, जो चंबा शहर की अधिष्ठात्री देवी हैं.
लक्ष्मी नारायण मंदिर: यह मंदिर भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित है.
चौगान: यह एक विशाल मैदान है जिसका उपयोग विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और त्योहारों के लिए किया जाता है.
भंरी: चंबा से कुछ किलोमीटर दूर स्थित, भरमौर एक प्राचीन शहर है जो अपने कई मंदिरों और मठों के लिए प्रसिद्ध है.

3. समृद्ध संस्कृति:

चंबा लोक नृत्य: चंबा लोक नृत्य अपनी रंगीन वेशभूषा और जीवंत संगीत के लिए प्रसिद्ध है.
चंबा हस्तशिल्प: चंबा अपनी लकड़ी की नक्काशी, पश्मीना शॉल और चांदी के गहनों के लिए प्रसिद्ध है.
चंबा के त्यौहार: चंबा कई रंगीन त्योहारों का घर है, जिनमें शामिल हैं:
महाशिवरात्रि: यह त्यौहार भगवान शिव को समर्पित है.
होली: यह त्यौहार रंगों का त्यौहार है.
दीपावली: यह त्यौहार प्रकाश का त्यौहार है.

अगर आप चंबा में प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेना चाहते हैं, तो आप खज्जियार या डलहौसी की यात्रा कर सकते हैं. चंबा के ऐतिहासिक महत्व का अनुभव करना चाहते हैं, तो आप चंपावती मंदिर या लक्ष्मी नारायण मंदिर की यात्रा कर सकते हैं. यहां की समृद्ध संस्कृति का अनुभव करना चाहते हैं, तो आप चंबा लोक नृत्य प्रदर्शन देख सकते हैं या चंबा हस्तशिल्प खरीद सकते हैं. 

चंबा घूमने का सबसे अच्छा समय: चंबा जाने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून और सितंबर से अक्टूबर के बीच है. इन महीनों के दौरान मौसम सुहावना होता है और पर्यटन स्थलों की यात्रा करना आरामदायक होता है.

चंबा कैसे पहुंचें: चंबा हवाई, रेल और सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है.

हवाई मार्ग: चंबा का निकटतम हवाई अड्डा Gaggal Airport, Dharamshala में है, जो चंबा से 120 किलोमीटर दूर है.

रेल मार्ग: चंबा का निकटतम रेलवे स्टेशन Pathankot में है, जो चंबा से 110 किलोमीटर दूर है.

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