प्राकृतिक सुंदरता के साथ कला भी समेटे है हिमाचल का ये स्थान, घूमने में आ जाएगा मजा
हिमाचल प्रदेश (Himachal pradesh) में एक स्थान ऐसा भी है जो प्राकृतिक सुंदरता के साथ ही कला और संस्कृति के तमाम रंग समेटे है. अगर आप पर्यटन प्रेमी हैं तो यहां पर आपको जरूर घूमना चाहिए.
नई दिल्ली :
हिमाचल प्रदेश (Himachal pradesh) में स्थित शिमला, मनाली, कसौल जैसी जगहों पर तो आप घूमने बहुत गए होंगे. यहां की प्राकृतिक सुंदरता की लोग तारीफ करते नहीं थकते. पर्यटन प्रेमियों के लिए यह जगहें पसंदीदा जगहों में से एक हैं लेकिन हिमाचल प्रदेश (Himachal pradesh) में एक स्थान ऐसा भी है जो प्राकृतिक सुंदरता के साथ ही कला और संस्कृति के तमाम रंग समेटे है. अगर आप पर्यटन प्रेमी हैं तो यहां पर आपको जरूर घूमना चाहिए. आप सोच रहे होंगे कि आखिर हम किस स्थान की बात कर रहे हैं तो चलिए आपको बता देते हैं, ये जगह है हिमाचल प्रदेश की गोद में बसा अंद्रेता (Andretta).
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अंद्रेता का नाम बहुत कम लोगों ने सुना है लेकिन इसकी खासियत सुनेंगे तो आप कहेंगे कि आखिर हम अभी तक यहां घूमने क्यों नहीं गए. दरअसल, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में पालमपुर से सड़क मार्ग से केवल 20 मिनट की दूरी पर अंद्रेता (Andretta) है. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से इसकी दूरी करी 466 किलोमीटर है. दिल्ली से अंद्रेता कार से जाएंगे तो सामान्यतः करीब 11 घंटे लगेंगे.
अब बात करते हैं इसकी खासियत की. कला और संस्कृति के लिए इस स्थान का विशेष महत्व है. यहां पर आर्टिस्ट कॉलोनी स्थित है, जिसकी स्थापना लगभग 90 साल पहले आइरिश महिला नोरा रिचर्ड्स ने की थी. नोरा मूलतः एक नाटककार और लेखिका थीं. यह 20वीं सदी में आकर अंद्रेता में बस गईं और यहां पर कला के उत्थान के लिए काम किया. नोरा, पंजाब यूनिवर्सिटी में नाटक की शिक्षा भी देती थीं. इसके बाद 1983 में यहां पर अंद्रेता पॉटरी एंड क्रॉफ्ट सोसाइटी भी स्थापित की गई, जो यहां के दर्शनीय स्थलों में से एक है. यहां आपको एक से बढ़कर एक पॉटरी देखने को मिल जाएंगी. इसके अलावा यहां टेराकोटा म्यूजिम है, जो हर कलाप्रेमी को तो पसंद आएगा ही, जिन्हें अभी तक कला से प्रेम नहीं है, वह भी अगर एक बार आए तो देखता ही रह जाएगा. इस म्यूजियम में दुनिया भर से लाई कलात्मक वस्तुएं तो हैं ही, यहां के आस-पास के गांवों के कुम्हारों के हाथों की बनी वस्तुओं का भी संग्रह है. यहां पर नोरा मड हाउस और सर शोभा सिंह आर्ट गैलरी भी बेहद खूबसूरत जगह हैं, जहां आर्ट के शौकीन जा सकते हैं.
इसके अलावा पालमपुर के पास ही कंगड़ा का किला भी है, जो कटोच वंश के राजाओं ने बनवाया था. यह भारत के सबसे पुराने किलों में शुमार है. वहीं, अंद्रेटा के आसपास कई मंदिर भी हैं. इसमें खास है बिरनी माता मंदिर. अंद्रेटा के जंगलों से गुजरकर इस मंदिर तक पहुंचने का एक्सपीरियंस आपको अलग ही आनंद देगा.
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