Third Gender Birth Reason: यूं तो प्रकृति महिला और पुरुष की बड़ी ही सुंदरता से रचना की है. लेकिन इनके मध्य में एक तीसरा वर्ग भी प्रकृति की देन है, जिसे हिजड़ा, किन्नर या फिर ट्रांसजेंडर के नाम से जाना जाता है. अंग्रेजी में इन्हें eunuch (युनक) कहते हैं. जब भी किसी के घर में बच्चे का जन्म होता है तो इनसे आशीर्वाद दिलवाने के लिए आदर सहित इन्हें बुलाया जाता है. वहीं दूसरी तरफ विडंबना ये है कि जब इनका किन्रर का जन्म होता है तो इनका परिवार दुखी हो जाता है. क्योंकि उन्हें पता होता है कि वो बच्चा अब उनके साथ नहीं रह पाएगा. जब भी लोग इन्हें देखते हैं तो उनके मन एक सवाल जरूर आता है कि किन्नर जन्म कैसे लेता है? या फिर किन्नर बच्चे क्यों पैदा होते हैं? इसके पीछे एक गलती या वजह होती है आइए जानते हैं उसके बारे में विस्तार से.
किन्नर पैदा होने के क्या कारण होते हैं?
विज्ञान की दृष्टि से समझा जाए तो किन्नर बच्चा पैदा होने के कारण बहुत ही स्पष्ट है. सभी महिलाओं में x-x और पुरुष में x-y क्रोमोजम्स होते हैं. जब महिला का x क्रोमोजम्स पुरुष के x क्रोमोजम्स से मिलता है तब पर फीमेल भ्रूण बनता है. वहीं जब महिला के x क्रोमोजम्स और पुरुष के y क्रोमोजम्स का मिलन होता है तब मेल भ्रूण तैयार होता है. वहीं जब क्रोमोजम्स में डिसऑर्डर हो जाता है तब थर्ड जेंडर भ्रूण बन जाता है.
क्यों होता है मेटाबोलिक डिसऑर्डर?
किन्नर बच्चे के जन्म की वजह मेटाबोलिक डिसऑर्डर होता है.ऐसा क्रोमोजम्स के असामान्य होने की वजह से होता है. जिसे congenital adrenal hyperplasia कहते हैं. क्रोमोजम्स डिसऑर्डर होने की वजह अभी तक स्पष्ट रूप से सामने नहीं आई है. जेनेटिक डिसऑर्डर्स की वजह से ऐसा हो सकता है. इसकी वजह से सेक्स क्रोमोजम्स मिसिंग हो जाते हैं.
किन्नर बच्चे का भ्रूण कैसा होता है?
विज्ञान के अनुसार प्रेग्नेंसी से शुरुआत दिनों में मेल-फीमेल भ्रूण के जननांग (genitalia) एक ही टिश्यू से तैयार होते हैं. इसमें टेस्टास्टरोन हार्मोन मेल रिप्रोडक्टिव टिश्यू अहम होता है. इसका लेवल हाई होने से ही पेनिस बनता है. वहीं scrotum और penile urethra भ्रूण को फीमेल बनाते हैं. लेकिन किन्नर बच्चे के भ्रूण में ये गड़बड़ा जाते हैं.
किन्नर जन्म कैसे लेता है?
किन्नर जन्म लेने की वजह टेस्टास्टरोन हार्मोन में कमी होती है. शुरुआत में मेल रिप्रोडक्टिव ऑर्गन पूरी तरह डेवलेप न होने की वजह से ऐसा होता है. इसी वजह से मेल शिशु छोटे पेनिस और टेस्टिस के साथ जन्म लेता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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