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Small Note Shortage
शादी-विवाह का सीजन शुरू होते ही छोटे नोटों की भारी मांग बाजार में दिखाई दे रही है. हालात यह हैं कि बैंक और बाजार दोनों जगह 10, 20, 50 और 100 रुपये के नए नोटों की गड्डियां लगभग गायब हो चुकी हैं. छोटे नोटों की कमी का फायदा उठाते हुए कालाबाजारी करने वाले सक्रिय हो गए हैं, जो खुलेआम मूल्य से अधिक राशि वसूल रहे हैं. स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि 10 रुपये का नोट 14 रुपये में बेचा जा रहा है, यानी 1000 रुपये की गड्डी अब 1400 रुपये में बिक रही है.
बाजारों में पड़ रही छोटे नोटों की किल्लत
दरअसल, शादी के आयोजन में नेग देने, रस्मों के दौरान नोट उड़ाने और दूल्हे को नोटों की माला पहनाने जैसी परंपराओं के चलते छोटे नोटों की मांग कई गुना बढ़ जाती है. यही कारण है कि लोग बड़े नोटों के बजाय 10, 20 और 50 रुपये के नोटों को ज्यादा प्राथमिकता देते हैं. इसी मांग का फायदा उठाकर कुछ दुकानदार और बिचौलिए बेहिसाब मुनाफा कमा रहे हैं. PNB और SBI सहित ज्यादातर बैंकों में छोटे नोटों की गड्डियां पिछले कई दिनों से उपलब्ध नहीं हैं. जानकारी के अनुसार, कुछ बैंकों में तो 100, 200 और 500 रुपये के नए नोटों की गड्डियां भी नहीं मिल रही हैं. इससे आम लोगों और शादी वाले परिवारों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है.
RBI का नियम
गुड़ बाजार क्षेत्र के कई दुकानदारों ने खुले तौर पर स्वीकार किया है कि वे 10 रुपये की गड्डी 1400 रुपये में, 20 रुपये की गड्डी 2350 रुपये में और 50 रुपये की गड्डी पर 250 से 300 रुपये तक अतिरिक्त वसूल रहे हैं। वहीं, दूल्हे के लिए तैयार होने वाली नोटों की माला की कीमत भी दोगुनी से अधिक बढ़ गई है.
ध्यान देने वाली बात यह है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का नियम है कि कोई भी राशि उसके मुद्रित मूल्य से अधिक पर खरीदी या बेची नहीं जा सकती. इसके बावजूद प्रशासन और बैंक अधिकारी इस अवैध कारोबार पर कार्रवाई करने के बजाय आंखें मूंदे बैठे हैं. न ही किसी प्रकार की कड़ी निगरानी की जा रही है, और न ही कालाबाजारी करने वालों पर सख्त कदम उठाए जा रहे हैं.
लोगों ने जिला प्रशासन से की मांग
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है. शादी के सीजन में छोटे नोटों की यह कमी आम जनता के लिए बड़ी समस्या बन गई है. लोग अब उम्मीद जता रहे हैं कि जिला प्रशासन और बैंक अधिकारी तत्काल हस्तक्षेप कर कालाबाजारी पर रोक लगाएंगे.
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