Relationship Tips In Hindi: इतनी अच्छी दोस्ती है तो शादी कर लो, एक साथ रह लो... बिना किसी रोमांटिक फीलिंग के तुम इतने टाइम तक साथ कैसे रह सकते हो. इस टाइप की बात ज्यादातर बॉय-बेस्टफ्रेंड या गर्ल-बेस्टफ्रेंड ने सुनी ही होगी. जब भी वो अपने बेस्टफ्रेंड के साथ होते होंगे. पुराने जमाने के लोगों के दिमाग में एक बात आती थी कि एक लड़का और एक लड़की कभी दोस्त नहीं हो सकते हैं. लेकिन आज 21वीं सदी में यह बात कितनी सच है और कितनी नहीं आइए आपको बताते है.
लड़के और लड़की का रिश्ता
पुराने जमाने में लड़के और लड़की का रिश्ता सिर्फ दो तरह से ही होता था. पहला खून का रिश्ता दूसरा शादी का. पहले के टाइम पर लड़के और लड़की के रिश्ते की कोई मान्यता नहीं थी. अगर एक लड़का और लड़की आपस में बात भी कर लेते थे, तो लोग कैरेक्टर पर उंगली उठा देते थे, हालांकि आज भी कई लोग यही करते हैं.
लोगों की सोच
वहीं, असल में दिक्कत दोस्ती में नहीं बल्कि लोगों की सोच में होती है जो कि हर रिश्ते को एक ही नजरिए से देखते हैं कि लड़का और लड़की करीब हैं, तो वो जरूर प्यार में होंगे, लेकिन ऐसा नहीं होता है यह नुकसान सबसे ज्यादा उन्हीं दोस्तों को होता है, जो एक-दूसरे की जिंदगी का अहम हिस्सा हैं लेकिन उन्हें हर समय सफाई देनी पड़ती है कि "हम सिर्फ दोस्त हैं.
आज का दौर
किसी भी दोस्ती की शुरुआत तब होती है जब हालात या फिर इंट्रेस्ट एक जैसे हों. इस दोस्ती में भी अपने फ्रेंड को वैसे ही ट्रीट किया जाता है जैसा कि आप सेम जेंडर के फ्रेंड्स को करते हैं. हालांकि पुरुष दोस्त अपनी फीमेल फ्रेंड्स से ज्यादा रिस्पेक्टफुली बात करते हैं, क्योंकि महिलाएं असल में मर्दों के मुकाबले ज्यादा सेंसिटिव होती है. आज का दौर काफी बदल चुका है. बच्चे स्कूल में एक साथ पढ़ते हैं, यंग जेनरेशन कॉलेज और ऑफिस में कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलती है. देखा जाए तो, सोशल मीडिया, को-वर्किंग स्पेसेज और खुले विचारों वाली परवरिश ने दोस्ती के मायनों को नई जगह पहुंचा दिया है.
रिपोर्ट में हुआ खुलासा
रिपोर्ट के मुताबिक लड़के और लड़की की दोस्ती में रोमांस के चांस भी मौजूद रहते हैं. लोगों को लगता है कि हम सिर्फ दोस्त बनकर रह सकते हैं, लेकिन सच तो ये है कि किसी ना किसी मोड़ पर इस रिश्ते में रोमांस की भी एंट्री हो जाती है. हालांकि ज्यादातर मामले में ये प्यार एकतरफा होता है. दोस्ती पूरी तरह कामयाब प्यार में तभी बदलेगी जब दूसरा शख्स भी वही फीलिंग रखता हो.
प्यार और दोस्ती में फर्क
दोस्ती में बाउंड्रीज होती हैं, रिस्पेक्ट होती है और सच्ची दोस्ती में कोई एक्सपेक्टेशन नहीं होती है.
एक लड़का अपनी गर्ल बेस्टफ्रेंड के रिश्ते में उसका मेंटर हो सकता है, गाइड हो सकता है या सिर्फ एक ऐसा इंसान जो बिना किसी एजेंडे के उसे समझता हो.
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