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Onion Black Fungus
Onion Black Fungus: अधिकतर घरों में प्याज रोज़ इस्तेमाल होता है. इसे सलाद, सब्जी और कई व्यंजनों में डाला जाता है. स्वाद तो बढ़ता ही है, साथ ही आयुर्वेद में इसे कई नुस्खों में औषधि माना गया है. लेकिन एक छोटी सी लापरवाही आपको बीमार कर सकती है. अक्सर प्याज पर काले रंग की लाइन या कालिख जैसा पाउडर दिखता है. कई लोग इसे सामान्य मिट्टी या धूल समझकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं. जबकि यह वास्तव में एक हानिकारक फंगस है.
काली लाइनिंग क्या होती है?
विशेषज्ञ बताते हैं कि यह काला पाउडर Aspergillus niger नामक फंगस है. यह मिट्टी में पाई जाती है और गर्म व नमी वाले माहौल में प्याज पर तेजी से फैलती है. हाल ही में हुए एक रिसर्च में पाया गया है कि यह फफूंद पहले प्याज की बाहरी परत पर लगती है, फिर धीरे-धीरे अंदर तक पहुंच जाती है. अधिकतर लोगों को इससे तुरंत नुकसान नहीं होता. लेकिन कुछ लोग इससे गंभीर रूप से प्रभावित हो सकते हैं.
किन लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक?
डॉ. बताते हैं कि कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को ऐसी प्याज से दूर रहना चाहिए. इनमें शामिल हैं कैंसर मरीज जो कीमोथेरेपी ले रहे हों, अस्थमा, सीओपीडी या सिस्टिक फाइब्रोसिस के मरीज, बुजुर्ग और छोटे बच्चे क्योंकि इस फंगस के बीजाणु सांस के साथ शरीर में प्रवेश कर सकते हैं और फंगल इंफेक्शन पैदा कर सकते हैं.
कैसे नुकसान पहुंचा सकता है?
यदि कोई लंबे समय तक फफूंद लगे प्याज खाता रहे तो यह लक्षण हो सकते हैं
- मतली
- उल्टी
- सिरदर्द
- पेट दर्द
- दस्त
लिवर को कितना खतरा?
साफ प्याज लिवर के लिए फायदेमंद माना जाता है. लेकिन काली लाइनिंग वाले प्याज में माइकोटॉक्सिन बन जाते हैं. ये विषैले रसायन शरीर में जमा होने लगते हैं और लिवर पर दबाव बढ़ाते हैं. एक बार खाने से ज्यादा नुकसान नहीं होता, लेकिन बार-बार सेवन लिवर की बीमारी का जोखिम बढ़ा सकता है.
क्या प्याज को साफ करके खा सकते हैं?
अगर फफूंद सिर्फ बाहरी परत तक है तो आप खाने से पहले प्याज को अच्छी तरह धोएं फिर ऊपर की परत निकाल दें अंदर का हिस्सा साफ हो तो उपयोग कर सकते हैं लेकिन अगर काली लाइन अंदर तक चली गई हो तो प्याज तुरंत फेंक दें.
विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
विशेषज्ञों का कहना है कि प्याज की काली परत सूखी, धूल जैसी दिखती है. ऐसे में एलर्जी या सांस की बीमारी वाले लोगों को बिल्कुल सावधानी बरतनी चाहिए. अंदर तक फफूंद दिखे तो प्याज न खाएं. विशेषज्ञों के मुताबिक, काली लाइन मिट्टी भी हो सकती है और फंगस भी. पकाने से फंगल तो मर सकती है लेकिन उसके बनाए विषाक्त पदार्थ नहीं. अगर फफूंद अंदर तक फैल चुकी है, तो पका हुआ प्याज भी सुरक्षित नहीं रहता. इसलिए ऐसी प्याज खरीदने से ही बचें.
काली फफूंद लगी प्याज को हल्के में न लें. यह फंगस शरीर में जाकर एलर्जी, फंगल इंफेक्शन और लिवर को नुकसान तक पहुंचा सकती है. सावधानी रखें, प्याज खरीदते समय जांच करें और खराब प्याज तुरंत फेंक दें.
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