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टखनों में हो दर्द या मन में हो तनाव, करें बालासन

ये आसन बहुत ही आसान है. यह इतना आसान है कि बच्चे भी इसे सहजता से कर सकते हैं. यह आसन शारीरिक और मानसिक दोनों समस्याओं में बहुत लाभदायक है.

Updated on: 25 Oct 2021, 04:37 PM

highlights

  • रोज कम से कम पांच बार यह आसन करें
  • कई समस्याओं का निदान करता है ये आसन
  • मानसिक तनाव में होता है विशेष रूप से लाभकारी

नई दिल्ली :

योग में यूं तो तमाम आसन हैं जो बहुत लाभदायक हैं लेकिन एक आसन ऐसा है शारीरिक और मानसिक दोनों समस्याओं में बहुत लाभदायक है. कमाल की बात ये आसन बहुत ही आसान है. तो बात करते हैं इस आसन की. यह आसन है बालासन. यह इतना आसान है कि बच्चे भी इसे सहजता से कर सकते हैं. सबसे पहले बात करते हैं इस आसन के फायदे की. तो आपके चाहे जांघों में दर्द हो, कूल्हों में दर्द हो या फिर टखनों में दर्द हो. सभी में यह आसन फायदेमंद साबित होता है. इसके अलावा कमर दर्द में भी यह आसन बहुत लाभदायक होता है.

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इस आसन से शरीर में रक्त का संचार भी बहुत अच्छा रहता है. इसके अलावा इस आसन के बहुत से मानसिक फायदे भी होते हैं. अगर आप किसी भी वजह से तनाव में हैं तो कुछ मिनट यह आसन रोज करें. आपको तनाव से राहत मिलेगी. दिमाग में अगर उथल-पुथल हो, अलग-अलग तरह के विचार आते रहते हों तो भी यह आसन आपको बहुत लाभ देता है. 

अब सवाल उठता है कि यह आसन करना कैसे है तो आपको बता दें कि यह आसन बहुत आसान है. इसके लिए मैट या चादर बिछाकर घुटनों के बल बैठ जाएं. ध्यान रहे कि आपके हिप्स आपकी दोनों एड़ियों के बीचोंबीच हों. घुटनों को बाहर की तरह फैलाकर रखें. इसके बाद दोनों हाथों के ऊपर हवा में उठाएं. फिर गहरी सांस खींचकर आगे की तरफ झुकें. पेट को दोनों जांघों के बीच में ले जाएं और सिर आगे की तरफ जमीन पर लगा लें और सांस छोड़ दें. कमर के पीछे के हिस्से को चौड़ा करें.

अब कूल्हे को सिकोड़ते हुए नाभि की तरफ खींचने की कोशिश करें. इनर थाइज या भीतर जांघों पर स्थिर हो जाएं. गर्दन के पीछे की हिस्से को ऊपर उठाने की कोशिश करें. इसके बाद हाथों को सामने की तरफ लाएं और उन्हें अपने सामने रख लें. दोनों हाथ घुटनों की सीध में ही रहेंगे. दोनों कंधों को फर्श से छुआने की कोशिश करें. ध्यान रहे कि कंधों का खिंचाव पूरी पीठ में महसूस होना चाहिए. करीब एक 1 मिनट इस स्थिति में रहकर फिर सामान्य हो जाएं. रोज कम से कम 5 बार यह आसन करें.