अस्थमा (Asthma) के रोगी रहें सतर्क, ऐसे रखें खुद को सुरक्षित 

बदलता मौसम जिन रोगियों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है उनमें से एक है अस्थमा. हालांकि वह स्पेशल डाइट और रुटीन फॉलो करें तो खुद को सेव रख सकते हैं. 

author-image
Apoorv Srivastava
New Update
asthama 121212121

cricket( Photo Credit : News Nation)

मौसम बदल रहा है जो अस्थमा (Asthma) के रोगियों के लिए बहुत खतरनाक है. अस्थमा फेफड़ों से जुड़ी बीमारी है. सर्दी और बरसात के मौसम में अस्थमा के रोगियों को विशेष सावधानी रखनी चाहिए. खासतौर से जब मौसम बदल रहा हो. डॉक्टर्स का कहना है कि जिन रोगियों के लिए यह मौसम बहुत खतरनाक होता है, उनमें अस्थमा या दमा प्रमुख हैं. इस मामले में आयुर्वेद और योग के एक्सपर्ट निकेत सिंह ने बताया कि अस्थमा दो तरह का होता है शुष्क और आर्द्र. आमतौर पर देखा जाता है कि जुकाम के बिगड़ जाने या खांसी के कारण अस्थमा रोग उत्पन्न होता है. 

Advertisment

इसे भी पढ़ेंः हिमाचल में सियासी हलचल तेज, सीएम जयराम ठाकुर को दिल्ली बुलाया

अस्थमा के पेशेंट के कुछ खास लक्षण हैं. अस्थमा के पेशेंट का चेहरा खांसते-खांसते लाल हो जाता है. इसके अलावा उसे बोलने में भी असुविधा होती है. हालांकि थोड़ा कफ निकल जाने से आवेग कम हो जाता है. वहीं, आवाज में सांय-सांय या सीटी बजने जैसी आवाज आती है. ये सभी लक्षण कफ के सूखने के कारण उत्पन्न होते हैं. 
इसके अलावा शरीर में बेचैनी महसूस होती है और नाड़ी की स्पीड बढ़ जाती है. 

निकेत सिंह कहते हैं कि अस्थमा के पेशेंट को डाइट में कुछ स्पेशल चीजों को फॉलो करना चाहिए. सबसे पहले गरम पानी या चाय का सेवन के डेली डाइट में रखें. वहीं, नैचरोपैथी एक्सपर्ट विमल शर्मा ने बताया कि अस्थमा के पेशेंट पालक और गाजर का रस लें. यह अस्थमा में बहुत फायदा करता है. लहसुन, अदरक, हल्दी और काली मिर्च का खाने में ज्यादा प्रयोग करें. इसके अलावा शहद का ज्यादा से ज्यादा यूज करें. यह अस्थमा के पेशेंट के लिए बहुत फायदेमंद है. साथ ही कुछ चीजों के खाने से बचना भी चाहिए. जैसे की मछली, गरिष्ठ खाना और तली हुई चीजों से अस्थमा पेशेंट को बचना चाहिए. इसके अलावा मीठी चीजें, ठंडी खाद्य पदार्थ और दही से बिल्कुल परहेज करना चाहिए. साथ ही कार्बोहाइड्रेट, वसा और प्रोटीन वाली चीजों को कम खाएं. अंडे और चिकन से तो विशेष तौर पर बचें. 

इसके अलावा अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति को हल्की एक्सरसाइज का भी अभ्यास करना चाहिए. इस रोग का दौर होते ही बैठ जाना चाहिए. साथ ही बदलते मौसम में घी में सेंधा नमक मिलाकर गरम करके पसलियों पर मालिश करने से तथा गरम पानी में पैर रखने से भी अस्थमा में लाभ मिलता है. ये ऐसी ट्रिक्स हैं, जो अस्थमा पेशेंट के लिए बहुत ही फायदेमंद हैं. ये डाइट और रुटीन फॉलो करके अस्थमा के पेशेंट ज्यादा से ज्यादा स्वस्थ और सुरक्षित रह सकते हैं और बदलते मौसम में अपने आप को सेव कर सकते हैं. 

Source : News Nation Bureau

Changing Season Asthma मौसम अस्थमा हेल्थ एंड लाइफस्टाइल Changing weather weather Patients
      
Advertisment