New Year 2026: 1 जनवरी को ही नया साल क्यों मनाते हैं? जानें इसके पीछे का इतिहास और रोचक वजह

New Year 2026: 31 दिसंबर 2025 साल का आखिरी दिन है. 1 जनवरी 2026 को नया साल मनाया जाएगा. इसे सेलीब्रेट करने के लिए लोगों ने तैयारियां कर लीं हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि नया साल क्यों मनाते हैं?

New Year 2026: 31 दिसंबर 2025 साल का आखिरी दिन है. 1 जनवरी 2026 को नया साल मनाया जाएगा. इसे सेलीब्रेट करने के लिए लोगों ने तैयारियां कर लीं हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि नया साल क्यों मनाते हैं?

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Akansha Thakur
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New Year 2026:  31 दिसंबर 2025 की रात जैसे ही 12 बजेंगे, पूरी दुनिया नए साल 2026 का स्वागत करेगी. हर साल लोग पुराने वर्ष को यादों के साथ विदाई देते हैं और नए साल का उत्साह से स्वागत करते हैं. लेकिन कभी आपने सोचा है कि नया साल हमेशा 1 जनवरी से ही क्यों शुरू होता है? इसके पीछे एक लंबा और दिलचस्प इतिहास है. चलिए आपको बताते हैं इसके बारे में. 

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1 जनवरी को नया साल क्यों मनाया जाता है?

पुराने समय में 45 ईसा पूर्व रोमन साम्राज्य में कैलेंडर का इस्तेमाल होता था. उस समय रोमन राजा नूमा पोंपिलुस के शासन में कैलेंडर में केवल 10 महीने थे. साल में कुल 310 दिन होते थे और सप्ताह में 8 दिन शामिल थे. बाद में नूमा ने इसमें बदलाव किए और जनवरी को साल का पहला महीना घोषित किया. हालांकि, 1 जनवरी को नया साल मनाने की परंपरा पहले नहीं थी. यह परंपरा 1582 में बनाए गए ग्रेगोरियन कैलेंडर के बाद शुरू हुई.

जनवरी कैसे बना साल का पहला महीना?

ग्रेगोरियन कैलेंडर के आने से पहले साल की शुरुआत मार्च से होती थी, जो वसंत ऋतु का समय माना जाता था. मार्च महीने का नाम रोमन देवता मार्स के नाम पर रखा गया था, जो युद्ध के देवता थे. वहीं, जनवरी शब्द रोमन देवता जेनस (Janus) के नाम पर आधारित है. जेनस के दो चेहरे थे एक आगे और एक पीछे. आगे की ओर देखा जाने वाला चेहरे को नई शुरुआत और पीछे की ओर वाला चेहरा बीते समय के अंत का प्रतीक माना जाता था. इसलिए नूमा ने जनवरी को साल की शुरुआत के लिए चुना.

ग्रेगोरियन कैलेंडर कब और कैसे बना?

जूलियस सीजर ने 46 ईसा पूर्व खगोल गणनाओं के आधार पर एक नया कैलेंडर बनवाया. इसमें साल की अवधि 365 दिन और 6 घंटे तय की गई. उन्होंने ही पहली बार 1 जनवरी को नए साल की शुरुआत घोषित की. धीरे-धीरे विश्व के ज्यादातर देशों ने ग्रेगोरियन कैलेंडर अपनाया और फिर 1 जनवरी को नया साल मानने की परंपरा पूरी दुनिया में चलने लगी.

नए साल का महत्व

नया साल केवल एक तारीख नहीं है. यह अपने सपनों, योजनाओं और शुरुआतों को नया दिशा देने का मौका है. यह हमें बताता है कि हर दिन नई उम्मीदों के साथ जिया जा सकता है. यह दिन हमें पिछले साल के अनुभवों से सीखकर बेहतर भविष्य बनाने की प्रेरणा देता है.

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