Frequent urination reasons: इंसान हो या जानवर हर किसी को पेशाब आना प्राकृतिक प्रवृत्ति है. जब हम टॉयलेट करने जाते हैं तो इससे हमारे शरीर में जमा टॉक्सिन और लिक्विड बाहर निकल जाते हैं. किडनी हमारे शरीर से टॉक्सिन और एक्ट्रा पानी को प्यूरिफाई करके यूरिन के जरिए बाहर निकाल देती है. जब हम पानी, जूस या कोई भी तरल पदार्थ का सेवन ज्यादा करते हैं तो हमें ज्यादा टॉयलेट आता है. लेकिन क्या आपको हर एक घंटे या फिर 30 मिनट में यूरिन पास करने के लिए जाना पड़ता है. तो जरूरी नहीं कि ऐसा ज्यादा पानी की वजह से हो रहा हो. ये हमारे शरीर की ओर से एक संकेत भी हो सकता है, जो कि कुछ बीमारियों के प्रति हमें जागरूक करने के लिए होता है. क्या हर 30 मिनट में पेशाब करना नॉर्मल है? आइए जानते हैं इसके बारे में.
नॉर्मल आदमी को कितनी बार जाना चाहिए टॉयलेट करने?
एक नॉर्मल आदमी की बात करें तो उसे पूरे दिन में कम से कम 5 से 7 बार यूरिन पास करने के लिए जाना चाहिए. लेकिन जिन लोगों को 8 से ज्यादा बार या फिर हर घंटे टॉयलेट करने जाना पड़ता है तो ये सही नहीं है. इससे पता चलता है कि शरीर में कोई न कोई परेशानी जरूर हो रही है.
ज्यादा टॉयलेट करने जाना किस बीमारी का संकेत?
जिन लोगों को बहुत जल्दी-जल्दी या फिर 24 घंटे में से 8 बार से ज्यादा बार यूरिन डिस्चार्ज के लिए जाना पड़ता है तो उनको मूत्र मार्ग में संक्रमण, किडनी की समस्या हो सकती है. महिलाओं में ऐसा गर्भावस्था होने का संकेत है.
डायबिटीज
डायबिटीज के मरीजों को भी बार-बार पेशाब करने जाना पड़ता है. वहीं जिनका ब्लड शुगर हाई रहता है उन्हें भी यूरिन के लिए ज्यादा जाना पड़ता है.
यूरिनरी ट्रैक इंफेक्शन
UTI (यूरिनरी ट्रैक इंफेक्शन ) होने पर लोगों को बार-बार यूरिन डिस्चार्ज के लिए जाना पड़ता है. यह संक्रमण मूत्राशय, मूत्रमार्ग या किडनी को प्रभावित कर सकता है.
प्रोस्टेट बढ़ना
जिन पुरुषों का प्रोस्टेट बढ़ने लगता है उन्हें भी बार-बार पेशाब करने जाना पड़ता है. क्योंकि ऐसा होने पर प्रोस्टेट ग्लैंड मूत्रमार्ग को दबाता है, जिससे पेशाब की प्रक्रिया में रुकावट और बार-बार पेशाब आ सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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