why heart attack increase in winter: सर्द मौसम जवां दिलों पर भारी पड़ रहा है. ठंड में Heart Attack के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. डॉक्टरों के अनुसार इसकी बड़ी वजह ठंड के मौसम में नसों का सिकुड़ना और हार्ट पर बढ़ता दबाव है. हार्ट डिजीज संस्थान के अनुसार 20 से 35 वर्ष की आयु वर्ग में Heart Attack का खतरा 53 प्रतिशत बढ़ा है. चिकित्सकों के पास रोजाना करीब 200 मरीज ऐसे पहुंच रहे हैं, जिन्हें पहले कभी भी Heart से जुड़ी कोई परेशानी नहीं रही. कार्डियोलॉजिस्ट्स के अनुसार सर्दियों में ब्लड प्रेशर (blood pressure)बढ़ने की संभावना भी ज्यादा होती है. इसकी वजह से भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ रहा है.
ठंड में क्यों आते हैं ज्यादा हार्ट अटैक?
सर्दियों में हार्ट अटैक आने का जोखिम बढ़ जाता है. क्योंकि ठंड का सीधा असर शरीर की नसों पर पड़ता है. जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती है हाथ-पैरों की नसें सिकुड़ने लगती हैं. इसकी वजह से दिल तक खून का फ्लो होने में रुकावट आती है. ऐसी स्थिति में रक्त को पंप करने के लिए दिल पर एक्स्ट्रा दबाव पड़ता है. इसलिए सर्दियों में हार्ट अटैक आने का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा जंक फूड, धूम्रपान, शराब का सेवन भी इसके पीछे की वजह है.
सर्दियों में गाढ़ा हो जाता है Blood
चीफ इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट, डॉ. रोहित चोपड़ा ने बताया कि सर्दियों में लोगों को पसीना नहीं आता है. इसकी वजह से शरीर से नमक बाहर नहीं निकल पाता है. इस स्थिति में शरीर में खून गाढ़ा होने लगता है. इसकी वजह से ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा रहता है. ज्यादा सर्दी पड़ने पर दिल की धमनियां सिकुड़ने लगती हैं. जिसकी वजह से भी हार्ट अटैक के मामले बढ़ जाते हैं.
इन लोगों को सबसे ज्यादा खतरा
जिन लोगों हाई बीपी, मोटापा, शुगर, कोलेस्ट्रॉल, गठिया, यूरिक एसिड की समस्या है उनमें हार्ट अटैक आने का खतरा ज्यादा रहता है. इस समस्याओं की वजह से ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 5 साल में हृदय रोग के मामले 53 प्रतिशत बढ़ गए. युवाओं में दिल की समस्याओं का सबसे बड़ा कारण अनियमित दिल की धड़कन है.
ऐसे करें बचाव
स्वस्थ दिल के लिए 6-7 घंटे की नींद जरूरी है. इसके साथ ही हर दिन 30-40 मिनट योग करना भी जरूरी है. यह सभी एक्टिविटी हार्ट को हेल्दी रखते हैं.
ये लक्षण दिखते ही हो जाएं सावधान
ठंडे पसीने का आना
सांस लेने में कठिनाई
सीने में दर्द जैसा महसूस होना
कमजोरी या थकान
बेहोशी या चक्कर आना
पेट में दर्द और जबड़े गर्दन में अधिक दर्द होना
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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