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Guru Nanak Jayanti 2025
Guru Nanak Jayanti 2025: गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व सिख समुदाय का सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, जिसे पूरे देश में भक्ति, श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है. इस दिन गुरुद्वारों में विशेष कीर्तन, अरदास और लंगर का आयोजन किया जाता है. लंगर के बाद भक्तों को दिया जाने वाला कड़ा प्रसाद (आटे का हलवा) इस दिन की सबसे खास परंपरा मानी जाती है. यह प्रसाद न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि इसका हर निवाला भक्ति और प्रेम का प्रतीक भी है. ऐसे में अगर आप अपने घर में ही गुरुद्वारे जैसा कड़ा प्रसाद खाना चाहते हैं तो हम आपके लिए कुछ आसान रेसिपी लेकर आए.
गुरु नानक देव जी का जीवन और संदेश
सिख धर्म के प्रथम गुरु गुरु नानक देव जी का जन्म 15 अप्रैल 1469 को पंजाब के तलवंडी (अब पाकिस्तान का ननकाना साहिब) में हुआ था. उनके पिता का नाम मेहता कालू जी और माता का नाम माता त्रिप्ता जी था. बचपन से ही उनमें दया, करुणा और ईश्वर भक्ति के गुण थे. गुरु जी ने अपने जीवन में मानवता, समानता और सच्चाई का संदेश दिया. उन्होंने समाज में फैले जाति-पात और अंधविश्वासों का विरोध किया और तीन मुख्य उपदेश दिए-
नाम जपो: ईश्वर का स्मरण करो.
किरत करो: ईमानदारी से काम करो.
वंड छको: जो कमाओ, उसे दूसरों के साथ बांटो.
गुरु नानक देव जी के ये उपदेश आज भी समाज को शांति की राह दिखाते हैं.
गुरु पर्व का महत्व और परंपराएं
गुरुपर्व पर भक्त गुरुद्वारों में जाकर पाठ, भजन-कीर्तन और सेवा करते हैं. इस दिन लंगर का आयोजन किया जाता है, जिसमें सभी लोग मिलकर बैठकर भोजन करते हैं. यह समानता और भाईचारे का प्रतीक है. लंगर के अंत में कड़ा प्रसाद दिया जाता है, जो घी, आटा, चीनी और पानी से बनाया जाने वाला विशेष हलवा होता है.
घर पर ऐसे बनाएं गुरुद्वारे जैसा कड़ा प्रसाद
सामग्री
- घी– 1 कप
- गेहूं का आटा – 1 कप
- चीनी – 1 कप
- पानी – 2½ कप
- सूखे मेवे (काजू, बादाम, किशमिश) – इच्छानुसार
पहला तरीका (सरल विधि)
- सबसे पहले कढ़ाई में घी गर्म करें.
- अब उसमें आटा डालें और मध्यम आंच पर भूनें.
- जब आटे का रंग सुनहरा हो जाए और खुशबू आने लगे, तो चीनी और पानी डालें.
- मिश्रण को लगातार चलाते रहें ताकि गुठलियां न बनें.
- लो फ्लेम पर तब तक पकाएं जब तक हलवा गाढ़ा होकर किनारों से घी छोड़ने लगे.
- अंत में बादाम, काजू और किशमिश डालकर सजाएं और गर्मागर्म सर्व करें.
दूसरा तरीका (गुरुद्वारे वाला स्वाद)
- पहले एक पैन में 2 कप पानी और चीनी डालकर गर्म करें जब तक चीनी पूरी तरह घुल न जाए.
- दूसरी कढ़ाई में घी गर्म करें और उसमें आटा डालकर धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए भूनें.
- जब आटे का रंग हल्का सुनहरा हो जाए और घी अलग होने लगे, तब पानी-चीनी वाला मिश्रण धीरे-धीरे डालें.
- लगातार चलाते रहें ताकि हलवा चिकना बने और कोई गुठली न रहे.
- हलवा गाढ़ा होकर किनारों से घी छोड़ने लगे तो गैस बंद कर दें.
- ऊपर से मेवा डालें और श्रद्धा के साथ सर्व करें.
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