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Eye Flu Treatment
Eye Flu Causes Symptoms: देश भर में आई फ्लू का खतरा लोगों पर मंडरा रहा है. इसके मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है. इसलिए साफ-सफाई का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. ऐसा इसलिए क्योंकि धूल मिट्टी, सीवर लाइन का पानी और बहुत सारी गंदगी इस बाढ़ के पानी के साथ घरों तक पहुंच गई है. इस समय आई फ्लू से कोई भी प्रभावित हो सकता है. आइये आपको बताते हैं आई फ्लू से बचने के उपाय.
आई फ्लू से बचने के उपाय
आई फ्लू से बचने के लिए आप थोड़ी-थोड़ी देर में अपने हाथों को साबुन-पानी से धोएं. संक्रमित चीजों और जगहों को मत छुएं. अगर सुबह उठने पर आंखों पर पपड़ी बन रही है और दर्द हो रहा है, तो आंखों की सेकाई करें. आंखों के बचाव के लिए आई ड्रॉप का इस्तेमाल करें, जिससे आंखें साफ रहे और आसानी से गंदगी निकल जाए.अन्य किसी तरह की समस्या होने पर डॉक्टर की सलाह लें. इसके बाद ही आई ड्रॉप का प्रयोग करें, क्योंकि कई आई ड्रॉप में स्ट्राइड होता है, जो आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है. आंखों को कभी भी रगड़े नहीं. संक्रमित व्यक्ति की कोई भी चीज इस्तेमाल ना करें.
जानिये क्या है आई फ्लू
आई फ्लू या कंजेक्टिवाइटिस को पिंक आई भी कहते हैं. आंख की झिल्ली में एक प्रकार का संक्रमण होता है, जो आंखों को ढक देता है, इसे ही आई फ्लू कहते हैं. धूल के कण, संक्रमण, बैक्टीरिया के संपर्क में आने से इस बीमारी का खतरा होता है. इसके चलते आंखों का सफेद हिस्सा पूरी तरीके से लाल हो जाता है. इसके साथ ही आंखों में काफी जलन और दिक्कत महसूस होती है. आंखों से कीचड़ निकलना, जलन होना, आंखों का लाल होना यह सब इसके शुरुआती लक्षण हैं. इस फ्लू में कभी कभी आंखों में सूजन होना, दर्द होना, हल्का बुखार भी देखने को मिलता है.
आईफ्लू के कारण?
बरसात के मौसम में हमेशा संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. बरसात के मौसम में जब कहीं पर पानी जमा हो जाता है, तो वहां मच्छर मक्खियों के साथ-साथ कई तरह के बैक्टीरिया वहां पनपने लगते हैं. इस दौरान ये बैक्टीरिया संक्रामक बीमारी फैलाते हैं. इस दौरान ये प्रजनन कर अपनी संख्या और क्षमता बढ़ाते हैं. यही बैक्टीरिया खुले में या दूसरी जगह पर रखी गई वस्तुओं में संक्रमण फैलाते हैं. जिससे की आईफ्लू का खतरा बढ़ जाता है. हमें इससे सावधान रहने की जरूरत है.
डॉक्टर के पास कब जाएं?
ऊपर बताए गए उपायों को अपनाने के बाद भी अगर राहत ना मिले साथ ही सूजन और परेशानी बढ़ती जाए तो तुरंत डॉक्टर से मिलें. इस बात का विशेष ध्यान रखें कि बिना डॉक्टर से सलाह लिए सीधे मेडिकल स्टोर से जाकर कोई आई ड्रॉप ना खरीदें.
एक्सपर्ट के अनुसार, आंखों के इंफेक्शन में लापरवाही बरतने से कॉर्निया भी संक्रमित हो सकती है. कुछ मामलों में आंखों में संक्रमण किसी और वजह से हुआ होता है और लोग आई फ्लू समझकर इलाज में देरी कर देते हैं. ऐसा करने से आंखों को ज्यादा नुकसान पहुँच सकता है. इसलिए अगर आंखों में लालिमा और सूजन दो तीन दिन बाद भी बढ़ती जाए तो आई एक्सपर्ट के पास जाकर जांच कराएं.
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