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Male Breast Cancer
Male Breast Cancer:जब भी ब्रेस्ट कैंसर की बात आती है, तो अधिकतर लोग इसे महिलाओं से जोड़ते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि पुरुषों में भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है? हालांकि यह बीमारी महिलाओं की तुलना में काफी दुर्लभ है, लेकिन पूरी तरह असंभव नहीं. हाल के वर्षों में अमेरिका और दुनिया के कई हिस्सों में पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के मामले तेजी से बढ़े हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि यह बीमारी पुरुषों में क्यों होती है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है.
पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के मामले
WHO की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के आसपास रहने और काम करने वाले पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के केस अचानक बढ़े हैं. एक स्टडीके मुताबिक, साल 2024 तक 91 पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर की पुष्टि की गई है. यह संख्या 2018 के मुकाबले छह गुना और अमेरिका के नेशनल एवरेज से 90 गुना अधिक है. विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति चिंताजनक है क्योंकि आमतौर पर हर एक लाख पुरुषों में से केवल एक को ब्रेस्ट कैंसर होता है.
पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर कैसे होता है?
डॉक्टरों के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर सिर्फ महिलाओं की बीमारी नहीं है. हर व्यक्तिचाहे वह पुरुष हो या महिलाके शरीर में थोड़ी मात्रा में ब्रेस्टटिश्यू (स्तन ऊतक) मौजूद रहती है. पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर तब होता है जब यह टिश्यू असामान्य रूप से बढ़ने लगती है. यह कैंसर आमतौर पर छाती के टिश्यू की कोशिकाओं में बदलाव से शुरू होता है, जो धीरे-धीरे बढ़कर गांठ (लंप) या ट्यूमर का रूप ले लेती है.
किन पुरुषों में अधिक होता है खतरा?
यह बीमारी अधिकतर 60 से 70 वर्ष की उम्र के पुरुषों में देखी जाती है, लेकिन किसी भी उम्र में हो सकती है. एक्सपर्ट के मुताबिक इसके जोखिम बढ़ाने वाले कुछ मुख्य कारण हैं. बढ़ती उम्र, हार्मोनल असंतुलन या एस्ट्रोजनथेरेपी, परिवार में ब्रेस्ट कैंसर का इतिहास, क्लाइनफेल्टरसिंड्रोम (जिसमें पुरुषों में एक्सक्रोमोसोम की अतिरिक्त कॉपी होती है), लिवर की बीमारी जैसे सिरोसिस, मोटापा, जिससे शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ जाता है, टेस्टिकल की बीमारियां या सर्जरी, पुरुषों मेंब्रेस्ट कैंसर का खतरा अधित होता है.
कैंसरकेलक्षण
- छातीपरबिनादर्दवालीगांठयासूजन
- त्वचामेंसिकुड़नयालालपन
- निप्पलकाआकारबदलनायाअंदरकीओरमुड़ना
- निप्पल से तरल या खून का रिसाव
- बगल या कॉलरबोन के आसपास सूजन आना
- अगर इनमें से कोई भी लक्षण लंबे समय तक बने रहें, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं.
क्या है बचाव का तरीका?
हालांकि ब्रेस्ट कैंसर को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता, लेकिन कुछ सावधानियां अपनाकर इसका खतरा घटाया जा सकता है. जैसे परिवार में अगर किसी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ है, तो जेनेटिकटेस्टिंग करवाएं. इसके अलावा वजन नियंत्रित रखें और मोटापा बढ़ने से रोकें. अल्कोहल का सेवन सीमित करें. समय-समय पर सेल्फएक्जामिनेशन करते रहें ताकि किसी भी असामान्यता का पता समय पर चल सके.
Disclaimer: यह जानकारी विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसलिए अगर छाती में किसी भी तरह की गांठ, सूजन या बदलाव दिखे, तो लापरवाही न करें और तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें.
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