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Homemade Pickle Tips
Homemade Pickle Tips: सर्दी के मौसम में लोगों को अचार खाना बहुत पसंद होता है फिर चाहे वो गाजर का हो या फिर गोभी का अचार. यह अचार आपको हर भारतीय घर में मिला जाएगा. इसे परांठे, दाल चावल और सब्जियों के साथ खाया जाता है. इसे बनाने के लिए कई अलग-अलग तरहों से मसालों का उपयोग किया जाता है. जो इसे स्वादिष्ट के साथ ही हेल्दी बनाने का भी काम करते हैं. हर घर में सर्दियों के मौसम में अचार बनाना एक सामान्य बात है. लेकिन एक मसाले का इस्तेमाल करने के बाद भी हर घर में अचार का स्वाद अलग होता है. सर्दी के मौसम में मेहनत से बनाया गया अचार कई बार कुछ ही दिनों में खराब होने लगता है या फिर उसका स्वाद नहीं आता है इसके पीछे अचार बनाने समय की गई कुछ गलतियां हो सकती हैं. आइए जानते हैं इस सर्दियों में अचार बनाते समय कौन सी गलतियों को करने से बचना चाहिए.
अचार बनाते समय न करें ये गलतियां
नमी के कारण
अगर आप अचार बना रहे तो ध्यान रखें कि अचार डालने से पहले सब्जी को पूरी तरह से सुखा लें. क्योंकि जब सब्जियां पूरी तरह से नहीं सुखती हैं तो उनमें मौजूद पानी अचार में फफूंदी लगने के कारण बनता है. इसके अलावा गीले या नमी वाले चम्मचम का इस्तेमाल न करें, अचार के बर्तन को ठीक से बंद करें और तेल की कमी के कारण भी आचार में नमी आ सकती है.
मसालों को कच्चा डालना
अचार खराब होने का सबसे बड़ा कारण है कच्चे मसाले. कच्चे मसाले अचार में डालने से उनमें नमी और कच्चापन रहता है जिसकी वजह से अचार खराब हो जाता है. अचार के मसाले जैसे की मेथी, राई, सौंफ, हल्दी, लाल मिर्च, अजवाइन आदि को पहले हल्का सा भून लें ताकि उनमें से नमी खत्म हो जाए. इसके बाद दरदरा पीस लें. ध्यान रहे कि भूनते समय मसाले जलने नहीं चाहिए.
धूप में रखें
इसके अलावा अगर आप अचार बना रहे हैं तो इसे धूप में रख दें जिससे यह सही तरह से बनाया जाए. इससे मसालों का स्वाद अच्छे से समा जाता है और फफूंदी लगने की संभावना भी कम होती है. शुरुआत में अचार को 4 से 5 दिनों तक रोजाना 3 से 4 घंटे धूप में रखें. फिर जार को हल्का-सा हिलाते रहें ताकि मसाले और तेल सही से मिक्स हो जाएं.
बर्तन की साफ-सफाई
अचार को सही बनाए रखने के लिए बर्तन साफ और सूखा होना बेहद जरूरी है. अक्सर लोग थोड़ी सी नमी वाले बर्तन में अचार डाल देते हैं लेकिन इसके कारण उसमें फफूंदी लग जाता है. कांच या सिरेमिक के जार यानी की बरणी अचार को स्टोर करने और बनाने के लिए अच्छा ऑप्शन माना जाता है. प्लास्टिक के डिब्बों में अचार डालने से बचें क्योंकि उनमें स्मेल आने या बैक्टीरिया जल्दी पनपने की संभाव रहती है.
तेल को सही से गर्म न करना
अगर अचार बनाते समय तेल को ठीक से गर्म न किया जाए तो अचार में बैक्टीरिया और फफूंदी पनपने की संभावना बढ़ जाती है. सरसों का तेल का धुआं छोड़ने तक गर्म करें. फिर उसे पूरी तरह ठंडा होने के बाद अचार में डालें. अगर अचार पूरी तरह तेल में ढका रहेगा तो सालों तक खराब नहीं होगा.
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