Womens Heart Attack: महिलाओं में दिल से जुड़ी बीमारियों और हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं. पीसीओडी, मोटापा और पीरियड्स में अनियमितता के चलते महिलाओं में इसका खतरा बढ़ रहा है. ‘ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज स्टडी’ के अनुसार भारतीय महिलाओं में 17 प्रतिशत से अधिक मौतें दिल की बीमारी से हो रही हैं. लेकिन क्या आपको पता है महिलाओं को किस समय सबसे ज्यादा हार्ट अटैक आने का खतरा रहता है? आइए जानते हैं इसके बारे में.
हर हफ्ते 55 से अधिक महिलाओं को आते हार्ट अटैक
हार्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट एनजेड की साइट में पब्लिश एक रिपोर्ट में महिलाओं के हार्ट अटैक से संबंधित कई जानकारी साझा की गई हैं. न्यूजीलैंड में यह डाटा रिकॉर्ड किया गया है. इसके अनुसार हर हफ्ते 55 से अधिक महिलाओं को हार्ट अटैक आता है. इनमें से कई महिलाओं की जान भी चली जाती है.
इस समय सबसे ज्यादा आते महिलाओं को हार्ट अटैक
महिलाओं को सुबह के समय दिल का दौरा पड़ने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है. सुबह 3 से 4 बजे के आसपास सबसे ज्यादा हार्ट अटैक आने का रिस्क रहता है. स्लीप एपनिया और हार्मोनल उतार-चढ़ाव की वजह से ऐसा होता है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं में इसके लक्षणों का जल्दी पता लगाना आसान होता है.
ये लक्षण दिखते ही हो जाएं सावधान
इन जगहों पर दर्द होना
अगर आपको आधी रात को सीने में दर्द या बेचैनी महसूस होती है, तो ये हार्ट अटैक का लक्षण है. इसके साथ ही महिलाओं को पीठ, जबड़े, बांह या पेट में दर्द महसूस हो सकता है.
उल्टी या चक्कर आना
कुछ महिलाओं को सुबह के समय उल्टी या चक्कर जैसा अनुभव हो सकता है. हालांकि ये लक्षण कभी-कभी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भी हो सकते हैं, लेकिन यह हृदय संबंधी समस्याओं का चेतावनी संकेत भी हो सकते हैं.
थकान और कमजोरी
अगर आपने दिनभर ज्यादा काम नहीं किया है इसके बाद भी आपको बहुत ज्यादा थकान या कमजोरी महसूस होती है तो ये भी दिल के दौरे का संकेत हो सकती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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