Relationship Tips: जब भी हम रिलेशन में होते हैं तो अक्सर हम दूसरों से ये अपेक्षा करते हैं कि वो हमें खुश रख पाएगा या नहीं, लेकिन ये सवाल हम कभी भी खुद से नहीं कर पाते है. क्या आपने कभी खुद से पूछा है कि आप खुद किसी के लिए ग्रीन फ्लैग है या रेड फ्लैग. या फिर आप कैसे इंसान है. रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स मानते हैं कि एक हेल्दी और मजबूत रिश्ते की शुरुआत अपने अंदर झांकने से होती है. जब हम खुद को समझ लेते हैं, अपनी कमजोरियों और ताकतों को स्वीकार कर लेते हैं, तभी हम दूसरों के साथ सच्चे रिश्ते बना पाते हैं.
सीख
अगर आप खुद को समझने लगे हैं और आपको ये समझ आ गया है कि आपके या आपके एक्स के किन व्यवहारों की वजह से रिश्ता टूटा था, तो आप आगे रिश्ते के लिए तैयार हैं.
तकलीफें
अगर अब आप समझने लगे हैं कि कौन सी बातें या हालात आपको परेशान कर सकते हैं, साथ ही आप दूसरों पर गुस्सा निकालने से पहले खुद को संभालने की कोशिश करते हैं.
टकराव (कन्फ्लिक्ट)
आप मुश्किल बातचीत करने से कतराते नहीं हैं. अगर बहुत ज्यादा गुस्सा आ जाए तो आप खुद को थोड़ा समय देते हैं, लेकिन बातचीत को अधूरा नहीं छोड़ते हैं.
नकली मुखौटा
इन सब से अलग आप जैसे हैं वैसे ही खुद को सामने रखते हैं. अब आपको दूसरों को खुश करने के लिए खुद को बदलने की जरूरत महसूस नहीं होती है.
रेड फ्लैग
अगर आपका पार्टनर आपके नेचर को कंट्रोल कर रहा है, तो आपको उससे दूरी बना लेनी चाहिए. इसके अलावा अगर आपका पार्टनर आपसे खुलकर बात नहीं कर रहा है या फिर आपसे झूठ बोल रहा है, तो आज ही दूर हो जाएं. वहीं अगर आपका पार्टनर आपसे लगातार झूठ बोल रहा है, या फिर कोई सच छिपा रहा है, तो ये चीटिंग नेचर हो सकता है.
ग्रीन फ्लैग
अगर आपका पार्टनर आपकी भावनाओं को समझ रहा हैं और अगर कोई लड़ाई या झगड़ा हुआ है और उसके बाद आपको प्यार से समझाता है, तो वह ग्रीन फ्लैग है. अगर आपका पार्टनर आपके करियर से रिलेटिड बात आपसे कर रहा है या फिर आपसे फ्यूचर से रिलेटिड बात समझा रहा है, तो वह ग्रीन फ्लैग है.
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