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J&k विधानसभा भंग होने पर भड़के उमर अब्दुल्ला, कहा- राज्यपाल के दावों की हो जांच, राममाधव साबित करें पाक से रिश्ता

जम्मू-कश्मीर में पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के सरकार बनाने के दावे के बाद राज्यपाल के विधानसभा भंग करने के फैसले पर उमर अब्दुल्ला ने बीजेपी और राज्यपाल पर हमला बोला है

Updated on: 22 Nov 2018, 01:22 PM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर में पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के सरकार बनाने के दावे के बाद राज्यपाल के विधानसभा भंग करने के फैसले पर उमर अब्दुल्ला ने बीजेपी और राज्यपाल पर हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि इशारों पर पहले फैक्स मशीन को खराब और फिर ठीक किया गया और इसकी जांच होनी चाहिए. राज्यपाल सत्यपाल मलिक के सरकार बनाने के लिए खरीब फरोक्त के आरोप पर उमर अब्दुल्ला ने कहा, 'अगर ऐसी कोई कोशिश हुए है तो इसकी जांच होनी चाहिए, सबूत सामने आने चाहिए और राज्यपाल को बताना चाहिए कौन किस खरीदने की कोशिश कर रहा है.' पीडीपी से गठबंधन के सवाल पर उमर अब्दुल्ला ने कहा जब बीजेपी-पीडीपी साथ आ सकती है तो हम क्यों नहीं. उन्होंने कहा, 'पीडीपी को समर्थन देने का फैसला सियासी तौर पर नेशनल कॉन्फ्रेंस को नुकसान होगा लेकिन रियासत को बचाने के लिए ऐसा फैसला लिया.'

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बीजेपी महासचिव राम माधव के जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के इशारे पर पार्टियों के काम करने के आरोप पर उमर अब्दुल्ला ने कड़ा हमला बोला. उमर अब्दुल्ला ने कहा, 'बीजेपी नेता सबूत दें कि पाकिस्तान के किस इशारे पर हमने (एनसी और पीडीपी) काम किया है. बीते 30 सालों में हमारे 3 हजार से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने कुर्बानियां दी है यह हम जानते हैं या फिर हमारे कार्यकर्ताओं के बच्चे जानते हैं.' अगर राम माधव में हिम्मत है तो सबूत लकेर सामने आइए और अदालत में साबित कीजिए. आरोप लगाकर पतली गली से निकल जाना बहुत आसान हो जाता है.

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गौरतलब है कि बीजेपी महासचिव राम माधव ने पीडीपी और एनसी के सरकार बनाने की कोशिश को लेकर कहा था कि यह सब पाकिस्तान के इशारे पर जम्मू-कश्मीर में अस्थिरता लाने के लिए किया जा रहा है.

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इससे पहले जम्‍मू-कश्‍मीर विधानसभा भंग होने के बाद राज्‍यपाल सत्‍यपाल मलिक का बड़ा बयान सामने आया था. उन्‍होंने कहा था कि, मैं राज्‍य में विधायकों की खरीद-फरोख्‍त नहीं चाहता था. लगातार इस तरह की खबरें आ रही थीं. नई सरकार बनवाकर मैं राज्‍य में किसी तरह की अस्‍थिरता नहीं चाहता था. राज्‍य में जल्‍द चुनाव हो और जनता की चुनी हुई नई सरकार बने.