उत्तर भारत की ओर से लगातार बर्फीली हवाओं का प्रभाव देखने को मिल रहा है. दिल्ली, यूपी, राजस्थान और मध्य प्रदेश में सर्दी बढ़ रही है. मौसम विभाग की मानें तो आने वाले समय घना कोहरा छाने वाला है. मौसम विभाग ने शुक्रवार व शनिवार को यलो अलर्ट जारी किया है. दिल्ली के कई क्षेत्रों में शीत लहर की चेतावनी जारी की गई है.
ठंड का प्रकोप बढ़ रहा
ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. हालांकि दिन में धूप राहत दे रही है. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, श्रीनगर से मिली जानकारी के अनुसार, 20 दिसंबर तक मौसम शुष्क रहने वाला है. ऐसे में ठंड का प्रकोप बढ़ रहा है. शनिवार को हल्के बादल छाय रहने वाले हैं. वहीं घाटी के कई भागों में जमकर बर्फबारी होगी. इस कारण मौसम का मिजाज शुष्क रहने वाला है. पूरी घाटी में कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है. हिमाचल के कई इलाकों में लगातार बर्फबारी देखने को मिलेगी.
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मध्य प्रदेश भी शीतलहर की चपेट में आने वाला है. यहां के 12 शहरों में शीतलहर का प्रकोप बना रहने वाला है. यहां पर सबसे कम दो डिग्री सेल्सियस तापमान हिल स्टेशन पचमढ़ी में दर्ज किया गया है. पचमढ़ी समेत आठ शहरों में रात का पारा पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे रहने की उम्मीद है. राजधानी भोपाल में न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस रहने वाला है. यह बीते दस वर्षों में दिसंबर के माह में दूसरी बार सबसे कम तापमान है. इसके पहले साल 2021 में भोपाल का न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका था.
पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान में गिरावट
अंडमान में एक कम दबाव वाला क्षेत्र देखने को मिल रहा है. पूर्वी राजस्थान में चक्रवात बना हुआ है. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान में गिरावट देखी जा रही है. यहां से लगातार आ रही सर्द हवाओं की वजह से मध्य प्रदेश में ठंड का असर देखने को मिल रहा है. अभी ऐसा मौसम बने रहने की उम्मीद है.
दिल्ली को छह साल बाद मिली बड़ी राहत
राजधानी में इस साल 207 दिन हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी की बनी रही है. कोरोना को छोड़ दें तो छह वर्षों में ऐसा पहली बार जब राजधानी की आबोहवा इतनी साफ है. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के अनुसार, 2020 में कोराना महामारी के कारण लंबे समय तक लॉकडाउन लगा रहा. इस कारण सड़कों पर वाहन काफी कम हो गए. वर्ष 2020 में प्रदूषण सबसे कम था. सीएक्यूएम के अनुसार, यदि वर्ष 2020 को छोड़ दें तो वर्ष 2018 के बाद अच्छे से मध्यम श्रेणी वाले दिन इस बार सबसे अधिक रहे.