कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत के बाद पूरे भारत में गुस्सा है. इस हमले के बाद भारत की संभावित जवाबी कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान में भय का माहौल है. दोनों देशों के बीच नियंत्रण रेखा (LoC) पर तनाव तेज़ हो गया है. इसी के चलते पाकिस्तान ने सीमा पर बड़ी सैन्य तैनाती शुरू कर दी है, जिसमें एयर डिफेंस और आर्टिलरी यूनिट्स की तैनाती शामिल है.
पाकिस्तान ने तीन बड़े सैन्य अभ्यास शुरू किए
पाकिस्तानी वायुसेना ने ‘फ़िज़ा-ए-बद्र’, ‘ललकार-ए-मोमिन’ और ‘ज़र्ब-ए-हैदरी’ नामक तीन युद्ध अभ्यास शुरू किए हैं. इनमें एफ-16, जेएफ-17 और जे-10 जैसे आधुनिक लड़ाकू विमान शामिल हैं. साथ ही, पाकिस्तान ने चीन से हासिल की गई SH-15 हॉवित्जर तोपें भी अग्रिम मोर्चों पर तैनात की हैं.
क्या है SH-15 तोप की खासियत?
SH-15 एक 155 मिमी/52 कैलिबर की सेल्फ-प्रोपेल्ड तोप है, जो शानक्सी ट्रक के 6×6 चेसिस पर आधारित है. यह नाटो मानकों की गोला-बारूद के साथ जीपीएस-निर्देशित मिसाइलें भी दाग सकती है और इसकी मारक क्षमता करीब 53 किलोमीटर तक है. ‘शूट एंड स्कूट’ तकनीक के कारण यह तेजी से लक्ष्य बदलने में सक्षम है. पाकिस्तान में कुछ विशेषज्ञ इसे सामरिक परमाणु हथियार ले जाने में भी सक्षम मानते हैं, हालांकि इसकी पुष्टि युद्धक्षेत्र में नहीं हुई है.
भारत का जवाब – K-9 वज्र और पिनाका रॉकेट सिस्टम
भारतीय सेना पहले ही दक्षिण कोरिया के साथ मिलकर तैयार किए गए K-9 वज्र हॉवित्जर को अपनी सेना में शामिल कर चुकी है. इसकी फायरिंग रेंज SH-15 के समान है, लेकिन यह प्रति मिनट 6–8 राउंड दाग सकती है. इसके साथ डिजिटल फायर कंट्रोल सिस्टम और इनर्शियल नेविगेशन जैसी तकनीकें इसे ज्यादा सटीक बनाती हैं.
इसके अलावा भारत के पास देश में विकसित पिनाका मल्टी-बैरेल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम भी है, जो पाकिस्तान के किसी भी हमले का तीखा जवाब देने में सक्षम है.
क्या युद्ध की आहट सुनाई दे रही है?
पहलगाम हमले में पर्यटकों को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाया गया, जिससे पूरे देश में गहरी नाराजगी है. राजनीतिक और जनमानस में कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है. दोनों देशों की सेनाएं सीमा पर सतर्क हैं और हालात कई वर्षों में पहली बार इस कदर विस्फोटक दिख रहे हैं.
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