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केन्द्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया Photograph: (social media)
केन्द्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मीडिया केन्द्र में प्रेसवार्ता को संबोधित किया. उन्होंने इस दौरान पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के बीते एक वर्ष में हुए कार्यों और उपलब्धियों पर विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बीते वर्ष में मंत्रालय ने न केवल विकास की दृष्टि से नए आयाम को स्थापित किया है, बल्कि शासन-प्रणाली, निवेश, और क्षेत्रीय एकीकरण के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धियां दर्ज की हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प के तहत पूर्वोत्तर भारत का ग्रोथ इंजन बन गया है. केन्द्रीय मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि पूर्वोत्तर ने बीते एक 1 दशक में 9-11 प्रतिशत सीएजीआर की जीडीपी बढ़ोतरी को दर्ज किया है. यह अतुलनीय और अभूतपूर्व है.
320 से अधिक शिल्पकारों ने अपने उत्पाद प्रदर्शित किए
केन्द्रीय मंत्री के अनुसार, मंत्रालय ने बीते वर्ष अष्टलक्ष्मी महोत्सव, नॉर्थ ईस्ट बैंकर्स कॉन्क्लेव और राइजिंग नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टर्स समेत जैसे आयोजन करके पूर्वोत्तर को वैश्विक निवेश और सांस्कृतिक पहचान के केंद्र के रूप में पेश किया है. मई 2025 में आयोजित राइजिंग नॉर्थ ईस्ट समिट (मई 2025) में ₹4.48 लाख करोड़ के निवेश समझौते हुए. ये क्षेत्र के लिए अब तक का सबसे अधिक निवेश है. इसके अलावा दिसंबर 2025 में आयोजित अष्टलक्ष्मी महोत्सव के दौरान 2,326 करोड़ रुपये के व्यावसायिक समझौते हुए. 320 से अधिक शिल्पकारों नेअपने उत्पाद प्रदर्शित किए. वहीं दिसंबर 2024 में हुए बैंकर्स कॉन्क्लेव में बैंकों ने 51 नई शाखाएं खोलने और डिजिटल बैंकिंग को सुदृढ़ करने का ऐलान किया.
सिंधिया के अनुसार, मंत्रालय ने दो विशेष युवा विनिमय कार्यक्रम शुरू किए हैं. एनई स्पार्क्स कार्यक्रम के तहत अब तक पूर्वोत्तर के कुल 800 छात्रों को इसरों जैसे संस्थानों का भ्रमण और अनुसंधान के ​लिए भेजा गया है. इसके साथ अब एक अष्टलक्ष्मी दर्शन कार्यक्रम शुरू होने जा रहा है. इसके साथ देशभर के छात्र पूर्वोत्तर के विद्यालयों में 14 दिवसीय अध्ययन भ्रमण के लिए आएंगे.
लंबित कार्यों को तेजी से सुलझाया गया
सिंधिया ने बताया कि पहली बार मुख्यमंत्रियों की अध्यक्षता में आठ सेक्टोरल हाई-लेवल टास्क फोर्स (HLTFs) गठित की गई हैं. पर्यटन, कृषि, निवेश, खेल और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों में अंतरराज्यीय सहयोग और नीति समन्वय सुनिश्चित कर रही हैं. इसके साथ ही मंत्रालय ने इंटर-मिनिस्टीरियल फसिलिटेशन सिस्टम विकसित किया है, इसके माध्यम से शिलॉन्ग एयरपोर्ट, कैलाशहर एयरपोर्ट और सिक्किम हाइवे जैसे परियोजनाओं में लंबित कार्यों को तेजी से सुलझाया गया है.
599 का थर्ड पार्टी निरीक्षण पूरा हुआ
सिंधिया ने बताया कि पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय ने परियोजनाओं की डिजिटल ट्रैकिंग आरंभ की है. ऐसा पहली बार हुआ है 620 परियोजनाओं में से 599 का थर्ड पार्टी निरीक्षण पूरा हुआ है और 245 पूरी हो चुकी परियोजनाओं में से 223 परियोजनाएं संचालित हो चुकी हैं. जो दिखाता है कि यह दर 91 प्रतिशत है.
अंतिम सीमा नहीं, अब भारत का प्रवेश द्वार बन रहा है पूर्वोत्तरः सिंधिया
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बीते 11 वर्षों में पूर्वोत्तर में इंफ्रास्ट्रक्चर की दिशा में अभूतपूर्व प्रगति हुई है. उन्होंने कहा कि जहां एक दशक पहले पूर्वोत्तर के 8 राज्यों में मात्र 9 हवाई अड्डे थे और सिक्किम व अरुणाचल प्रदेश में एक भी हवाई अड्डा नहीं था. वहीं से तादत बढ़कर 17 हो चुकी है. इसमें से केवल अरुणाचल प्रदेश में ही 4 हवाई अड्डे हैं.
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