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लोकसभा चुनाव

स्वाधीनता दिवस पर शिवराज सिंह चौहान के संबोधन में दिखी चुनावी छाया

स्वाधीनता दिवस पर शिवराज सिंह चौहान के संबोधन में दिखी चुनावी छाया

Updated on: 15 Aug 2023, 10:10 PM

भोपाल:

मध्य प्रदेश में विधानसभा के चुनाव इसी साल होने वाले हैं। चुनाव से पहले मंगलवार को मौजूदा सरकार का अंतिम स्वाधीनता दिवस समारोह रहा।

समारोह के मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संबोधन में पूरी तरह चुनावी छाया नजर आई। जनता को जहां बड़ी सौगातें दी वहीं बीते दिनों में सरकार द्वारा लिए गए फैसलों का असर दिखा।

मुख्यमंत्री चौहान ने अपने संबोधन में कहा है कि प्रदेश में सभी नागरिकों को पक्का मकान मिलेगा। कोई परिवार बिना छत के नहीं रहेगा। आवास प्लस में जो लोग शामिल नहीं हैं, उन हितग्राहियों को भी योजना में शामिल किया जाएगा, मुख्यमंत्री जन आवास योजना बनाई जाएगी। मध्य प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना में बचे हुए परिवारों को भी जोड़ा जाएगा ताकि उन्हें उपचार की सुविधा मिल सके। जो परिवार इनकम टैक्स नहीं देते या अन्य किसी माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं लेते उन सभी परिवारों को आयुष्मान योजना में सम्मिलित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, मध्य प्रदेश में आयुष्मान योजना में तीन करोड़ 50 लाख से अधिक नाम जोड़े गए हैं। मध्यप्रदेश में लोकतंत्र की परिभाषा जनता का जनता के लिए और जनता द्वारा शासन को सही अर्थों में जीवंत किया गया है। मुख्यमंत्री जन सेवा मित्र, जनता और सरकार के बीच का काम करते हैं। इन्हें प्रत्येक 50 परिवारों पर दायित्व दिया जाएगा। प्रदेश में करीब तीन लाख युवाओं को इस दायित्व से जोड़ेंगे। प्रदेश का कोई भी कोना या कोई भी दिशा विकास से वंचित न रहे, इसके लिए केन्द्र के साथ राज्य की डबल इंजन सरकार सच्चे अर्थों में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म करने का कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आजादी के अमृतकाल में 21वीं सदी का एक समर्थ और समृद्ध भारत आकार ले रहा है। दुनिया भारत की ओर देख भी रही है और भारत से सीख भी रही है। सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास के मंत्र के साथ जनता की जिन्दगी बदलना मध्यप्रदेश सरकार का मिशन है। देश के 140 करोड़ लोगों के साथ ही दुनिया के 100 देशों को कोविड से बचाव की वैक्सीन उपलब्ध करवाने में प्रधानमंत्री जी के प्रयासों से हम सभी परिचित हैं। आज हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं। भारत का मंत्र है, हम किसी को छेड़ेंगे नहीं, लेकिन कोई हमें छेड़ेगा तो हम उसे छोड़ेंगे नहीं।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सरकार ने विकास को त्योहार का स्वरूप दे दिया है। पूरे प्रदेश में जुलाई और अगस्त माह में गांव-गांव और शहर-शहर में विकास पर्व की लहर चली। विकास पर्व में 45 हजार करोड़ रूपये से अधिक के कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण पिछले एक माह में सम्पन्न हुआ है। मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री जी के समावेशी विकास, अंत्योदय, अधो-संरचना एवं निवेश, ग्रीन ग्रोथ, युवा-शक्ति, अर्थ-शक्ति और क्षमताओं के अधिकतम विकास को मिशन मोड में क्रियान्वित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के रूप में मध्यप्रदेश में प्रथम चरण में 83 लाख से अधिक हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ दिलवाया गया। द्वितीय चरण में 68 लाख से अधिक आवेदनों और करीब पौने दो लाख सीएम हेल्पलाइन शिकायतों का निराकरण किया गया। इस तरह विकास यात्रा, विकास पर्व और मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान की त्रिवेणी ने प्रदेश की तस्वीर को बदला है।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आने वाले समय में नर्मदा प्रगति पथ, विंध्य प्रगति पथ, मालवा विकास पथ, मध्य विकास पथ और बुंदेलखंड विकास पथ जैसी महत्वाकांक्षी एक्सप्रेस-वे परियोजनाएं मध्यप्रदेश की प्रोफाइल को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी। बीना रिफायनरी के विस्तार के अंतर्गत पेट्रो केमिकल्स काम्पलेक्स बनाया जाएगा। प्रदेश की बिजली आपूर्ति को बेहतर बनाने के बाद ओंकारेश्वर में संसार के सबसे बड़े फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्लांट का‍ निर्माण और सांची को सोलर सिटी बनाने से मध्यप्रदेश का भविष्य अधिक रोशन होगा। प्रदेश में 44 हजार 605 करोड़ लागत की केन-बेतवा लिंक परियोजना मंजूर हो चुकी है। प्रदेश में 486 सिंचाई परियोजनाओं से 33 लाख हेक्टेयर की अतिरिक्त सिंचाई क्षमता बढ़ेगी।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आजादी के अमृत काल में भविष्य के नए मध्यप्रदेश के निर्माण का सपना पूरा करने के संकल्प के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में वर्ष 2030 तक नई उपलब्धियां हासिल करने का लक्ष्य है। मध्यप्रदेश को फिर टाइगर स्टेट का दर्जा मिला है। प्रदेश में इंसान की जिंदगी बेहतर बनाने के साथ ही वन्य प्राणियों के संरक्षण का अभियान जारी रहेगा। आत्मनिर्भर और विकसित मध्यप्रदेश के निर्माण में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है, यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने वर्ष 2023 के लक्ष्य का जिक्र करते हुए कहा, मध्यप्रदेश की अर्थ-व्यवस्था का आकार हम 45 लाख करोड़ रुपए की ऊंचाई तक पहुंचाएंगे। मध्यप्रदेश के एक करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी की रेखा से ऊपर लेकर आएंगे। प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय को हम दोगुना कर देंगे। इसे वर्तमान एक लाख 40 हजार के स्थान पर 2 लाख 80 हजार तक ले जाया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा, राज्य के कुल कृषि उत्पादन को बढाकर 10 करोड़ मीट्रिक टन के स्तर तक ले जाएंगे। हर किसान के खेत के अंतिम छोर तक भरपूर सिंचाई सुविधा मिलेगी। सिंचाई क्षमता को 65 लाख हेक्टेयर तक पहुंचा दिया जाएगा। घर हो या फिर उद्योग या खेती, सब बिजली से रोशन रहेंगे। प्रदेश में एक लाख किलोमीटर लंबाई की नई सड़कों का जाल बिछा दिया जाएगा। प्रदेश के सभी शासकीय मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग कॉलेज स्थापित किए जाएंगे। भोपाल एवं इन्दौर के मध्य एक नया ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट एवं इण्डस्ट्रियल कॉरीडोर बनाया जाएगा।

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