किश्तवाड़ जिले की छात्रों तहसील में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच जारी मुठभेड़ में अब तक तीन आतंकियों को मार गिराया गया है. मारे गए आतंकियों की पहचान पाकिस्तानी टॉप कमांडर सफूला, फरमान, और भाषा के रूप में हुई है. ये आतंकी बीते लंबे समय से क्षेत्र के घने जंगलों में छिपे हुए थे. ये कई बड़ी आतंकी घटनाओं में शामिल थे. ऑपरेशन की शुरुआत 9 अप्रैल 2025 को हुई. वहीं 11 अप्रैल को खत्म हुई. इसमें विशेष कमांडो दस्ते की निर्णायक भूमिका रही. सुरक्षा बलों ने मौके से कुरान शरीफ की प्रतियां, भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया.
सर्च ऑपरेशन 6वें दिन भी जारी रहा
इसके बाद सर्च ऑपरेशन 6वें दिन यानी सोमवार को भी जारी रहा. अब बचे हुए आतंकी को खोजा जा सकेगा. सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह अभियान किश्तवाड़ को आतंक मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. हैंडआउट को ध्वस्त कर दिया गया. क्षेत्र में सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए आने वाले दिनों में और भी सघन तलाशी अभियान चलाए जाने की संभावना है.
सुरक्षाबलों की सराहना की
उत्तरी कमान के कमांडर ने इस कार्रवाई को लेकर सुरक्षाबलों की सराहना की है. नॉर्दर्न आर्मी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करके किश्तवाड़ में एक आतंकवादी को मार गिराने के लिए व्हाइट नाइट कोर की सराहना की. कहा गया कि भारतीय सेना जम्मू और कश्मीर को आतंक मुक्त रखने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है. पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर पुंछ जिले में एक अप्रैल को सीजफायर का उल्लंघन किया. इसका भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया. इस जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा. इससे पहले, इस साल फरवरी में कृष्णा घाटी सेक्टर में भी इस तरह की क्रॉस-फायरिंग की घटनाएं सामने आई थी.
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