भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम हो गया है. इस बीच लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के आतंकियों के जनाज़े में एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है. न्यूयॉर्क टाइम्स के कॉलमिस्ट ताहा सिद्दीकी द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो में लश्कर का वरिष्ठ नेता हाफिज अब्दुल रऊफ नजर आ रहा है, जिसे पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता ने एक "स्थानीय मौलवी" बताया था.
मेरे बेटे भी जाएंगे उसी रास्ते
मुरीदके में हुए इस जनाज़े में हाफिज अब्दुल रऊफ के साथ लश्कर के अन्य नेता और मारे गए आतंकियों के परिजन मौजूद थे. मारे गए दो आतंकियों के पिता ने भावुक भाषण में कहा कि उनके बेटों ने "शहादत" पाई है और उनके बाकी पांच बेटे भी उसी रास्ते पर चलें, यह उनकी कामना है. भाषण के अंत में भीड़ "अल जिहाद, अल जिहाद" के नारे लगाने लगी.
लश्कर-ए-तैयाब का टॉप लीडर्स
हाफिज अब्दुल रऊफ लश्कर-ए-तैयबा से दशकों से जुड़ा है और जमात-उद-दावा का मुख्य चेहरा रहा है. अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC 1267) द्वारा प्रतिबंधित रऊफ को पाकिस्तान की सेना द्वारा “स्थानीय मौलवी” कहे जाने पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
आतंकियों के जनाजे में शामिल पाकिस्तानी आर्मी
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि जनाजे में पाकिस्तानी सेना और प्रशासन के शीर्ष अधिकारी भी शामिल हुए. इनमें लेफ्टिनेंट जनरल फैयाज हुसैन शाह, मेजर जनरल राव इमरान सतराज, ब्रिगेडियर मोहम्मद फुरकान शब्बीर, पंजाब पुलिस प्रमुख डॉ. उस्मान अनवर और पंजाब के विधायक मलिक सोहैब अहमद भेर्थ शामिल थे. यह वीडियो पाकिस्तान की दोहरी नीति को उजागर करता है, जिसमें एक ओर वह अंतरराष्ट्रीय मंच पर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का दिखावा करता है और दूसरी ओर, आतंकियों को राज्यस्तरीय समर्थन मिलता है.
ये भी पढ़ें- सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिए ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े सवालों के जवाब