ऑपरेशन सिंदूर में शामिल कर्नल सोफिया कुरैशी का जबलपुर से नाता रहा है. उनकी भाभी जबलपुर की रहने वाली हैं. जैसे ही शहरवासियों को मालूम चला कि सोफिया भी ऑपरेशन सिंदूर का हिस्सा रहीं हैं, वैसे ही उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. परिजनों की तो बात ही क्या किया जाए, उनका तो सीना गर्व से फूल गया है.
ऑपरेशन सिंदूर के सफल होने के बाद सोफिया ने अपने परिवार को फोन किया. उन्होंने अपने परिवार को बताया कि कैसे पाकिस्तान को उन्होंने करारा जवाब दिया. खास बात है कि ऑपरेशन के बारे में परिजनों को कोई भी जानकारी नहीं थी. जैसे ही ऑपरेशन का खुलासा हुआ, पूरे परिवार को सिर गर्व से उठ गया. कर्नल सोफिया के पिता भी इंडियन आर्मी से रिटार्यड हैं. उनकी प्रेरणा ने ही सोफिया को सेना में शामिल होने का सपना देखा.
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क्या बोली सोफिया की भाभी
मिशन के बारे में उनकी भाभी उजमा कुरैशी ने कहा कि महिलाओं का पहलगाम में जिस तरह से सिंदूर उजड़ा है, वैसे ही महिलाओं ने बदला ले लिया. महिलाओं द्वारा ऑपेशन को लीड किया गया, ये परिणाम है कि महिलाएं अब हर क्षेत्र में आगे हैं. महिलाओं ने अपने सिंदूर का बदला ले लिया. सोफिया ने देश के लिए जो भी किया है, वह हर महिला के लिए प्रेरणा है.
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हर मोर्च पर सक्षम भारतीय महिलाएं
महिलाओं का सिर सोफिया ने उठा दिया है. सोफिया की भतीजी ने अनंहा कुरैशी और आयशा कुरैशी ने कहा कि उन्होंने टीवी पर बुआ को देखा तो खूब खुशी हुई. अनंहा ने कहा कि बुआ की तरह हम भी सेना में जाना चाहते हैं. देश की सेवा करना है. भाभी के भाई हामिद मंसूरी ने कहा हम लोग गौरवान्वित हैं. मिशन ने साबित कर दिया है कि भारत की महिलाएं हर मोर्चे पर सक्षम हैं. हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. ही नहीं, पूरे देश के लिए प्रेरणा बन गया है.
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