महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा का दौर जारी है. चुनाव परिणाम को आए हुए 10 दिन हो चुके हैं पर अब तक मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं हो पाया है. तमाम अफवाहों के बीच शिवसेना का बयान सामने आया है. शिवसेना नेता दीपक केसरकर ने सोमवार को कहा कि महाराष्ट्र की नई सरकार के गठन में देरी का कारण एकनाथ शिंदे नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि पांच दिसंबर को नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण कार्यक्रम तय किया गया है. यह कहना गलत है कि शिंदे के कारण प्रदेश में नई सरकार नहीं बन पा रही है. भाजपा ने पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं. आज मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हो जाएगा.
पीएम मोदी और शाह का निर्णय ही अंतिम
केसरकर ने साफ किया कि शिंदे ने फैसला पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को सौंप दिया है. यह महायुति गठबंधन की एकता को दर्शाती है. केसरकर ने आश्वस्त किया कि शपथ ग्रहण कार्यक्रम मुंबई के आजाद मैदान में होगा. इसमें पीएम मोदी भी शामिल होंगे. बता दें, एकनाथ शिंदे ने पहले कहा था कि वे मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चाओं पर जोर नहीं डालेंगे.
केसरकर ने कहा कि पीएम मोदी और शाह का निर्णय ही अंतिम होगा. केसरकर ने साफ किया कि गठबंधन में भाजपा की भूमिक अहम है. गृह मंत्रालय अन्य प्रमुख मंत्रालय की तरह मुख्यमंत्री और गृह मंत्री द्वारा संयुक्त रूप से जलाया जाएगा.
क्या बोले श्रीकांत शिंदे
इन सबके बीच, चर्चा है कि एकनाथ शिंदे के बेटे और सांसद श्रीकांत शिंदे उप मुख्यमंत्री बन सकते हैं. सियासी गलियारों में ऐसा दावा किया जा रहा है. इसपर उन्होंने कहा कि सत्ता में कोई पद पाने की मुझे कोई लालसा नहीं है. मेरा ध्यान सिर्फ और सिर्फ मेरे लोकसभा क्षेत्र पर है. मेरा ध्यान अपनी पार्टी और अपने लोकसभा क्षेत्र के विकास के लिए ही केंद्रित है.
अजित पवार ने साफ कर दी रणनीति
मामले में एनसीपी प्रमुख और उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि मुख्यमंत्री पद भाजपा को मिलेगा. उप मुख्यमंत्री पद शिवसेना और एनसीपी के पास रहेगा.