केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में कई अहम फैसलों पर लगी मुहर, 20,668 करोड़ रुपए के पैकेज को मंजूरी

केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में कई अहम फैसलों पर लगी मुहर, 20,668 करोड़ रुपए के पैकेज को मंजूरी

केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में कई अहम फैसलों पर लगी मुहर, 20,668 करोड़ रुपए के पैकेज को मंजूरी

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Dheeraj Sharma
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Ashwin Vaishnav Cabinet meeting

Cabinet Meeting: केंद्रीय कैबिनेट की एक अहम बैठक बुधवार 31 दिसंबर को आयोजित की गई. इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसलों पर मुहर भी लगाई गई. इन फैसलों के तहत महाराष्ट्र में 6-लेन ग्रीनफील्ड नासिक–सोलापुर कॉरिडोर (कुल लंबाई: 374 किमी) को मंजूरी दी गई. इस प्रोजेक्ट की लागत 19,142 करोड़ रुपए बताई जा रही है. इसके अलावा  ओडिशा में राष्ट्रीय राजमार्ग NH-326 के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण के काम (कुल लंबाई: 206 किमी) पर भी मुहर लगा दी गई है. बता दें कि इस प्रोजेक्ट की लागत 1,526 करोड़ रुपए बताई जा रही है जिसे कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. 

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साल 2025 के आखिरी दिन केंद्र सरकार की कैबिनेट बैठक में देश के सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर को नई रफ्तार देने वाले दो अहम हाईवे प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी गई. केंद्रीय मंत्री अश्विन वैष्णव ने इन फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि दोनों परियोजनाओं की कुल लागत करीब 21 हजार करोड़ रुपये है. इन प्रोजेक्ट्स से महाराष्ट्र और ओडिशा में सड़क संपर्क, लॉजिस्टिक्स और आर्थिक गतिविधियों को मजबूती मिलने की उम्मीद है.

महाराष्ट्र में 6 लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे

पहला और सबसे बड़ा प्रोजेक्ट महाराष्ट्र में नासिक से सोलापुर कॉरिडोर पर बनने वाला 6 लेन का ग्रीनफील्ड हाईवे है. इसकी कुल लंबाई 374 किलोमीटर होगी और इस पर लगभग 19,142 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. यह पूरी तरह नया हाईवे होगा, जिसे आधुनिक डिजाइन और हाई-स्पीड ट्रैफिक को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा.

यह ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट सूरत–चेन्नई हाई स्पीड कॉरिडोर का हिस्सा है और साथ ही दिल्ली से चेन्नई को जोड़ने वाले बड़े राष्ट्रीय हाईवे नेटवर्क में भी इसकी अहम भूमिका होगी. सरकार ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना को पूरा करने के लिए दो साल की समयसीमा तय की है.

हाईवे पर आधुनिक सुविधाएं

इस 6 लेन हाईवे पर आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का खास ध्यान रखा जाएगा. परियोजना के तहत 27 बड़े पुल, 164 छोटे पुल, 5.6 किलोमीटर लंबा वायडक्ट, 5 रेल ओवर ब्रिज, 10 इंटरचेंज, 17 एंट्री-एग्जिट प्वाइंट और 14 रेस्ट एरिया बनाए जाएंगे. इससे न केवल यात्रा सुगम होगी, बल्कि लंबी दूरी तय करने वाले यात्रियों और मालवाहक वाहनों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी.

यात्रा समय और रफ्तार में बड़ा सुधार

केंद्रीय मंत्री के अनुसार, इस हाईवे के बन जाने से नासिक और सोलापुर के बीच की दूरी 432 किलोमीटर से घटकर 374 किलोमीटर रह जाएगी. इसके साथ ही औसत यात्रा गति 60 किलोमीटर प्रति घंटा से बढ़कर करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकेगी. इससे समय और ईंधन दोनों की बचत होगी.

ओडिशा में एनएच-326 का विस्तार

दूसरा प्रोजेक्ट ओडिशा में राष्ट्रीय राजमार्ग 326 को चौड़ा करने और अपग्रेड करने से जुड़ा है. इस 206 किलोमीटर लंबे प्रोजेक्ट पर करीब 1,526 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इसके जरिए क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बेहतर होगी और आदिवासी व पिछड़े इलाकों को मुख्य सड़क नेटवर्क से जोड़ने में मदद मिलेगी.

पोर्ट कनेक्टिविटी और आर्थिक लाभ

दोनों परियोजनाओं से लॉजिस्टिक्स सेक्टर को बड़ा फायदा मिलने की संभावना है. खासतौर पर महाराष्ट्र वाला हाईवे चेन्नई पोर्ट और हजीरा पोर्ट के बीच कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा.  इससे व्यापार, उद्योग और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और देश के आर्थिक विकास को गति मिलेगी.

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