रूस ने अमेरिका को दी चेतावनी– “न्यूक्लियर टेस्ट शुरू किए तो होगा जवाबी कदम”

रूस ने अमेरिका से उसके हालिया बयानों पर स्पष्टीकरण मांगा है, जिसमें कहा गया था कि वह परमाणु हथियार परीक्षण पुनः शुरू करेगा. मास्को ने चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका ऐसा कोई कदम उठाता है, तो रूस सहित अन्य परमाणु शक्तियां भी समान कार्रवाई करने पर मजबूर होंगी.

रूस ने अमेरिका से उसके हालिया बयानों पर स्पष्टीकरण मांगा है, जिसमें कहा गया था कि वह परमाणु हथियार परीक्षण पुनः शुरू करेगा. मास्को ने चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका ऐसा कोई कदम उठाता है, तो रूस सहित अन्य परमाणु शक्तियां भी समान कार्रवाई करने पर मजबूर होंगी.

author-image
Ravi Prashant
New Update
india russia

इंडिया रूस रिलेशन Photograph: (ANI)

रूस ने अमेरिका से उसके हालिया बयानों पर स्पष्टीकरण मांगा है, जिनमें परमाणु हथियारों के परीक्षण दोबारा शुरू करने की बात कही गई थी. मास्को ने चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका ऐसा कोई कदम उठाता है, तो रूस सहित अन्य परमाणु शक्तियां भी समान कार्रवाई करने पर मजबूर होंगी.

Advertisment

डोनाल्ड ट्रंप ने दिया था सेना को आदेश

दरअसल, हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सेना को आदेश दिया था कि तुरंत परमाणु परीक्षण प्रक्रिया फिर से शुरू की जाए. हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि ट्रंप का इशारा न्यूक्लियर मिसाइलों के फ्लाइट-टेस्ट की ओर था या विस्फोटक परमाणु परीक्षणों की ओर जिन्हें अमेरिका और रूस ने करीब 30 साल पहले रोक दिया था.

रूसी विदेश मंत्रालय ने क्या कहा? 

रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा, “अगर अमेरिका पूर्ण परमाणु परीक्षण फिर से शुरू करता है, तो इससे नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और बाकी देशों को भी प्रतिक्रिया देनी होगी. वॉशिंगटन से आ रहे संकेत भ्रमित और चिंताजनक हैं, जो दुनिया भर में बेचैनी पैदा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अभी तक अमेरिका की तरफ से विरोधाभासी संदेश मिल रहे हैं, इसलिए वास्तविक स्थिति को स्पष्ट करना जरूरी है.

पुतिन ने भी दिया आदेश

इस बीच, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी अपने शीर्ष रक्षा और सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे संभावित रूसी परमाणु परीक्षण की तैयारियों पर प्रस्ताव तैयार करें, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत कार्रवाई की जा सके.

क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट्स? 

एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर किसी बड़े परमाणु देश ने परीक्षण दोबारा शुरू किया, तो इससे वैश्विक हथियार नियंत्रण व्यवस्था (Arms Control Framework) को गहरा झटका लगेगा और दुनिया में तनाव और बढ़ेगा खासकर ऐसे समय में जब यूक्रेन युद्ध पहले से ही रूस-अमेरिका संबंधों को तनावपूर्ण बना गया है. 

वर्तमान में दोनों देशों के बीच केवल एक अंतिम परमाणु समझौता बचा है, जो तैनात परमाणु हथियारों की संख्या सीमित करता है. यह संधि तीन महीने में खत्म होने वाली है. पुतिन ने इसका पालन एक साल और जारी रखने का प्रस्ताव दिया है, लेकिन ट्रंप प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.

ये भी पढ़ें- पाकिस्तान के गुप्त परमाणु परीक्षण पर भारत का निशाना, कहा– ‘ऐसी अवैध गतिविधियां उसके इतिहास का हिस्सा हैं’

nuclear Russia America Dispute Russia-america
Advertisment