Republic Day 2025: इंडोनेशिया के राष्ट्रपति महामहिम प्रबोवो सुबियांतो भारत के 76वें गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि होंगे. यह उनका भारत का पहला आधिकारिक दौरा होगा. खास बात यह है कि 1950 में भारत के पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति डॉ. सुकर्णो मुख्य अतिथि थे. अब 74 साल बाद, राष्ट्रपति प्रबोवो इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए भारत के राष्ट्रीय उत्सव में भाग लेंगे.
पहली बार इंडोनेशियाई दल की परेड में भागीदारी
इस गणतंत्र दिवस परेड में इंडोनेशिया का 352 सदस्यीय मार्चिंग और बैंड दल हिस्सा लेगा. यह पहली बार है जब इंडोनेशियाई दल किसी दूसरे देश के राष्ट्रीय परेड में भाग ले रहा है. यह दोनों देशों के बीच मजबूत सैन्य और सांस्कृतिक सहयोग का प्रतीक है.
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भारत-इंडोनेशिया संबंधों की गहराई
इंडोनेशिया भारत की एक्ट ईस्ट नीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है. 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया की यात्रा के दौरान दोनों देशों के संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी का दर्जा दिया. हाल ही में नवंबर 2024 में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी और राष्ट्रपति प्रबोवो की पहली मुलाकात हुई थी.
आर्थिक सहयोग
2023-24 में भारत और इंडोनेशिया के बीच व्यापार $29.40 अरब तक पहुंच गया. इंडोनेशिया में भारतीय कंपनियों का $1.56 अरब का निवेश है, जो बुनियादी ढांचे, ऊर्जा, कपड़ा, बैंकिंग और उपभोक्ता सामानों में फैला हुआ है.
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रक्षा सहयोग
2018 में रक्षा सहयोग समझौते ने दोनों देशों के सैन्य संबंधों को मजबूत किया. नियमित सैन्य अभ्यास जैसे गरुड़ शक्ति और समुद्र शक्ति से आपसी सैन्य समझ बढ़ी है. भारत-इंडोनेशिया कोऑर्डिनेटेड पेट्रोल (CORPAT) और मिलन अभ्यास जैसे संयुक्त अभियानों में भी सहयोग करता है.
संस्कृति और पर्यटन
भारत और इंडोनेशिया के बीच सांस्कृतिक संबंधों की जड़ें सदियों पुरानी हैं. बाली यात्रा उत्सव इसका एक उदाहरण है, जो भारतीय नाविकों की ऐतिहासिक यात्राओं को याद करता है. पर्यटन में भी भारत से इंडोनेशिया जाने वाले पर्यटकों की संख्या 2023-24 में 6 लाख से अधिक रही.
स्वास्थ्य और शिक्षा में सहयोग
भारत के अपोलो अस्पताल समूह ने इंडोनेशिया के मायापाडा अस्पताल के साथ मिलकर नई राजधानी नुसंतारा में एक ग्रीन अस्पताल बनाने का प्रोजेक्ट शुरू किया है. इसके अलावा, भारतीय फार्मास्यूटिकल्स और मेडिकल उपकरणों का निर्यात बढ़कर $230.41 मिलियन हो गया है. शिक्षा में, भारत हर साल इंडोनेशियाई छात्रों को 100 से अधिक छात्रवृत्तियां देता है.
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कनेक्टिविटी में सुधार
2023 में भारत-इंडोनेशिया के बीच सीधी उड़ानों की शुरुआत हुई. दिल्ली-बाली, मुंबई-जकार्ता और बेंगलुरु-बाली मार्गों ने यात्रा को आसान और सुलभ बनाया है.
क्या होगा इस दौरे का महत्व?
राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो के दौरे के दौरान दोनों देश कई क्षेत्रों में सहयोग की समीक्षा करेंगे, जिसमें राजनीतिक, रक्षा, व्यापार, स्वास्थ्य, डिजिटल प्रौद्योगिकी और ऊर्जा शामिल हैं. दौरे के दौरान कई समझौतों पर हस्ताक्षर और नई घोषणाएं होने की संभावना है. इसके अलावा, तीसरे सीईओ फोरम का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें व्यापारिक संभावनाओं पर चर्चा होगी. यह दौरा भारत और इंडोनेशिया के बीच संबंधों को एक नई दिशा देगा और दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक, व्यापारिक और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगा.