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बेंगलुरु भगदड़ Photograph: (X)
Bangalore stampede: IPL 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की ऐतिहासिक जीत के बाद कर्नाटक सरकार द्वारा आयोजित किए गए विक्ट्री जश्न ने एक दर्दनाक मोड़ ले लिया. बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर बुधवार को मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. यह हादसा तब हुआ जब टीम के लिए विधान सौध की सीढ़ियों पर आयोजित सम्मान समारोह के दौरान भारी भीड़ उमड़ पड़ी.
बेंगलुरु पुलिस कर दिया था साफ मना
अब सामने आए सरकारी दस्तावेजों आए हैं कि बेंगलुरु पुलिस ने पहले ही इस कार्यक्रम को लेकर आपत्ति जताई थी. पुलिस ने स्पष्ट रूप से कहा था कि इस तरह का आयोजन वीआईपी क्षेत्र में, बिना पर्याप्त सुरक्षा इंतजामों के, भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल बना देगा.
पुलिस के विरोध में गई गर्वमेंट
जानकारी के अनुसार, कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) ने 3 जून को ही DPAR (कार्मिक और प्रशासनिक सुधार विभाग) को पत्र लिखकर RCB की संभावित जीत के उपलक्ष्य में विधान सौध की सीढ़ियों पर कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति मांगी थी. इसके बाद DPAR ने पुलिस विभाग से राय मांगी, लेकिन पुलिस ने इस आयोजन को अनुमति देने से मना किया.
स्टेडियम में पहुंचे तीन लाख लोग
फिर भी, 5 जून को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की अगुवाई में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया, जबकि पास ही के स्टेडियम के बाहर भारी भीड़ इकट्ठा हो चुकी थी. मुख्यमंत्री ने मीडिया से कहा, "किसी को उम्मीद नहीं थी कि इतनी भीड़ आ जाएगी. स्टेडियम की क्षमता केवल 35,000 है, लेकिन करीब तीन लाख लोग पहुंच गए थे."
गर्वमेंट ने क्या कहा?
हालांकि सरकार का दावा था कि यह कार्यक्रम आखिरी वक्त में तय किया गया, लेकिन दस्तावेज बताते हैं कि इसकी योजना पहले से बनाई जा चुकी थी. इस त्रासदी ने आयोजन की तैयारियों और प्रशासन की लापरवाही पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. पुलिस की चेतावनियों के बावजूद आयोजन कराने को लेकर सरकार की मंशा अब जांच के घेरे में है.
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