कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में आक्रोश देखा जा रहा है. इसी बीच जुमा की नमाज़ के बाद, मस्जिदों से एक सुर में आतंकवाद के खिलाफ आवाज बुलंद की गई. दिल्ली की जामा मस्जिद से शाही इमाम अहमद बुख़ारी ने साफ शब्दों में कहा, “अब आतंक को सहना मुमकिन नहीं.” उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर के लोगों ने इस मुश्किल घड़ी में इंसानियत की मिसाल कायम की और कई जानें बचाईं हैं.
जुमा की नमाज़ के बाद दिल्ली की जामा मस्जिद के बाहर बड़ी संख्या में लोग जुटे और पाकिस्तान के खिलाफ़ तीखा विरोध जताया. भीड़ का कहना था कि अब बातचीत नहीं, सीधा एक्शन चाहिए.
पीएम मोदी से की मांग
देश के कई हिस्सों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जुमा की नमाज के बाद एकजुट होकर पाकिस्तान की करतूत की निंदा की. उनका साफ कहना है कि धर्म के नाम पर की गई हिंसा अब किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने प्रधानमंत्री से मांग की कि अब वक्त आ गया है जब सर्जिकल स्ट्राइक जैसे कदम दोहराए जाएं.
नमाज़ के दौरान बांधे गए काले पट्टी
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की और देशवासियों से अपील की कि वे जुमा की नमाज के दौरान काली पट्टी पहनकर आतंकवाद के खिलाफ एक सख्त संदेश दें. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि लश्कर-ए-तैयबा द्वारा किए गए हमले के जवाब में देश की एकता और मजबूती दिखाने की जरूरत है.
ओवैसी पहले भी इस हमले को लेकर केंद्र सरकार के तरफ से उठाए गए अब तक कदमों का तारीफ की है. देश के कोने-कोने से आवाज उठ रही है कि पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाए. 28 लोगों की शहादत के बाद अब पूरा देश सरकार से कड़ा एक्शन चाहता है.
रिपोर्ट- सैयद आमिर हुसैन
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