प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के सचिवों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक का उद्देश्य राष्ट्रीय तैयारी की समीक्षा करना और अंतर-मंत्रालयी समन्वय को और अधिक मजबूत बनाना था.
सचिवों को दिए सख्त निर्देश
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने मंत्रालयों और एजेंसियों के बीच निर्बाध समन्वय की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि संचालन की निरंतरता और संस्थागत लचीलापन बना रहे. उन्होंने सभी सचिवों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने मंत्रालयों की कार्यप्रणाली की व्यापक समीक्षा करें और यह सुनिश्चित करें कि सभी आवश्यक प्रणालियां बिना किसी रुकावट के सुचारू रूप से काम करें.
सभी मंत्रालयों ने दी जानकारी
बैठक में सचिवों ने ‘Whole of Government’ दृष्टिकोण के तहत वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए अपनी तैयारियों की जानकारी दी. सभी मंत्रालयों ने अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को चिन्हित कर लिया है और प्रक्रियाओं को और सुदृढ़ किया जा रहा है ताकि हर प्रकार की संभावित स्थिति से निपटा जा सके.
बैठक में कौन-कौन हुआ शामिल
बैठक में नागरिक सुरक्षा तंत्र को सुदृढ़ करने, फर्जी खबरों और गलत जानकारी को रोकने और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई. साथ ही मंत्रालयों को राज्य सरकारों और ज़मीनी स्तर की संस्थाओं के साथ करीबी समन्वय बनाए रखने के भी निर्देश दिए गए. इस महत्वपूर्ण बैठक में कैबिनेट सचिव, प्रधानमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी और रक्षा, गृह, विदेश, सूचना एवं प्रसारण, ऊर्जा, स्वास्थ्य और दूरसंचार मंत्रालयों के सचिव उपस्थित रहे.
प्रधानमंत्री ने देश को इस संवेदनशील समय में पूरी सतर्कता, संस्थागत समन्वय और स्पष्ट संवाद बनाए रखने का आह्वान किया. उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा, संचालन की तत्परता और नागरिकों की सुरक्षा को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया.
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