नई दिल्ली में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने पाकिस्तान और नेपाल की सीमाओं से सटे राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों एवं उपराज्यपालों के साथ सुरक्षा स्थिति की गहन समीक्षा की.
गृहमंत्री ने पीएम मोदी और सेना की सराहना
इस चर्चा में “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता को लेकर सभी प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और भारतीय रक्षा बलों की सराहना की. प्रतिनिधियों ने इसे देश की सीमाओं की रक्षा में सरकार की दृढ़ नीति और सेना की तत्परता का प्रतीक बताया.
हाल ही में पहलगाम में हुए हमले को नज़रअंदाज़ न करते हुए, भारत द्वारा दिया गया स्पष्ट और निर्णायक प्रत्युत्तर भी इस बैठक का अहम हिस्सा रहा, जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की रणनीतिक क्षमता के संकेत के रूप में देखा जा रहा है.
सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा को लेकर निर्देश
गृहमंत्री ने स्पष्ट किया कि “ऑपरेशन सिंदूर” देश की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार की ‘शून्य सहिष्णुता’ नीति का प्रतीक है और यह संदेश देता है कि राष्ट्र की रक्षा हेतु हर आवश्यक कदम उठाया जाएगा. उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मज़बूत करने के लिए सभी राज्यों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए.
बैठक में विशेष रूप से निम्न विषयों पर चर्चा की गई:
- ज़रूरी सेवाओं जैसे चिकित्सा, दमकल और यातायात की निर्बाध उपलब्धता सुनिश्चित की जाए.
- रोज़मर्रा की आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में कोई बाधा न आने दी जाए.
- SDRF, सिविल डिफेंस, होम गार्ड्स और NCC को सतर्क मोड में रखा जाए.
- सोशल मीडिया पर देशविरोधी कंटेंट की निगरानी बढ़ाई जाए और तत्काल कार्रवाई के लिए राज्यों और केंद्र की एजेंसियों में तालमेल सुनिश्चित किया जाए.
- कमजोर बिंदुओं की सुरक्षा को पुख़्ता करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं और निर्बाध संवाद प्रणाली (seamless communication) की व्यवस्था सुदृढ़ की जाए.
देशवासियों द्वारा दिखाई गई एकता की सराहना करते हुए कहा कि इससे न केवल सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ा है, बल्कि नागरिकों में भी आत्मविश्वास जगा है. उन्होंने सभी राज्यों से आग्रह किया कि वे सतर्कता, तत्परता और आपसी समन्वय को प्राथमिकता दें.
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