/newsnation/media/media_files/2025/05/13/O98Syvzf2KeX7AFzTEAh.jpg)
आतंकवादी हाफिज अब्दुल रऊफ Photograph: (X)
भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम हो गया है. भारत ने 7 मई को पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर अटैक किया था, जिसमें 100 से अधिक आतंकी मारे गए. इसके बाद सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से वायरल हुई है, जिसमें देखा गया है कि एख कुख्यात आतंकी के साथ पाकिस्तानी सेना के अधिकारी और आईएसआई के अधिकारी साथ खड़े थे. इस फोटो ने दुनिया में एक बार फिर आतंकी के साथ खड़ने होने पर एक्सपोज किया है.
हालांकि, इस फोटो के वायरल होने पर पाकिस्तान की सेना के प्रवक्ता DG ISPR लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ये कोई आतंकी नहीं बल्कि आम शरीफ इंसान हैं जबकि इस शख्स का नाम हाफिज अब्दुर रऊफ है, जो लश्कर-ए-तैयबा का सीनियर लीडर है.
/newsnation/media/media_files/2025/05/13/sZYR5NcoMNvC90Ss31HO.jpg)
पाकिस्तान सेना ने दिखाया आईडी कार्ड
हैरानी की बात ये है कि DG ISPR ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस आतंकी का बचाव किया. चौधरी ने रऊफ को एक “शरीफ इंसान” और “धार्मिक उपदेशक” बताया. इतना ही नहीं, उन्होंने उसका ID कार्ड भी दिखाया और एक कथित ‘सफाई वाला वीडियो’ भी मीडिया को दिखाया. लेकिन जब इस ID कार्ड को अमेरिकी ट्रेज़री डिपार्टमेंट की OFAC लिस्ट से मिलाया गया, तो डेट ऑफ बर्थ और नेशनल आइडेंटिटी से साफ हो गया कि यह वही हाफिज अब्दुर रऊफ है, जिसे अमेरिका ने “Specially Designated Global Terrorist” घोषित किया है.
🚨Is Hafiz Abdur Rauf really a Common man❓
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 12, 2025
Pakistan’s DG ISPR claims that LeT terrorist Hafiz Abdur Rauf is an 'Innocent Man'#PIBFactCheck
❌DG ISPR's "COMMON MAN" is a Globally Sanctioned Terrorist - clearly visible in the viral terrorist funeral picture
✅The identity… pic.twitter.com/Dy8mN72hfo
ऐसे ये भी जानना जरुरी है कि आखिर ये रऊफ का इतिहास क्या है?
- 1999 में LeT की लीडरशिप में शामिल हुआ
- 2003 में LeT के पब्लिक सर्विस विंग का प्रमुख
- 2008 में “ह्यूमेनिटेरियन डायरेक्टर” के रूप में कार्य
- Falah-e-Insaniat Foundation का संचालन
- जमात-उद-दावा के लिए फंड इकट्ठा करना और प्रचार करना
आखिर आतंकियों को बताया शरीफ
अब हमने आपके साथ दो तस्वीर शेयर की है, जिसमें रऊफ हाफिज सईद के साथ खड़ा है और दूसरी फोटो में आर्मी अधिकारियों के साथ नजर आ रहा है. भारत के ब्रिटेन स्थित उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी ने भी इस तस्वीर का हवाला देते हुए पाकिस्तान की दोहरी नीति की आलोचना की. अब सवाल यह है कि जब दुनिया जिसे आतंकवादी मानती है, उसे पाकिस्तान “शरीफ” क्यों बता रहा है? यह एक बार फिर साबित करता है कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ नहीं, बल्कि उसके साथ खड़ा है.
ये भी पढ़ें- सेना का आतंकियों के खिलाफ अभियान तेज, शोपियां में एक लश्कर आतंकी ढेर