Flood in PoK: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने आक्रामक रुख अपना लिया है. इससे पाकिस्तान में खौफ है. पाकिस्तान इस समय कई मोर्चों पर घिर चुका है. एक ओर भारत ने पाकिस्तान को लेकर कई बड़े फैसले लिए हैं. वहीं दूसरी ओर पड़ोसी मुल्क पर कुदरत की मार पड़ने वाली है. कश्मीर में भारी बारिश की वजह से पीओके (PoK) में बाढ़ का खतरा बना हुआ है.
चिनाब नदी में जलस्तर बढ़ा
जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में शुक्रवार को भारी बरसात हुई है. ऐसे में चिनाब नदी का जलस्तर बढ़ चुका है. इस बीच पाकिस्तान के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है. मौसम विभाग के अनुसार, करीब 4 दिन यानी 6 मई तक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश की आशंका बनी हुई है. यहां पर अभी और बारिश हो सकती है.
भारत झेलम नदी का पानी छोड़ा
भारत की ओर से बीते माह पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद के हट्टिन बाला के क्षेत्र में झेलम नदी में पानी छोड़ गया. इसकी वजह से मुजफ्फराबाद प्रशासन की ओर से वॉटर इमरजेंसी की घोषणा की गई है. यहां पर अचानक बाढ़ आ गई. उरी में अनंतनाग जिले से चकोठी में पानी घुस जाने से झेलम नदी में अचानक भयंकर बाढ़ आ गई. इससे स्थानीय लोगों में डर माहौल देखा जा रहा है.
भारत ने कड़े फैसले लिए
पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत ने सिंधु जल संधि तोड़ दिया है. इससे पाकिस्तान काफी डर गया है. भारत के इस कदम से बचने के लिए पाक संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका से सामने मिन्नतें कर रहा है. 1960 में यह संधि की गई थी. संधि के तहत पूर्वी नदियां सतलुज, ब्यास और रावी भारत तथा पश्चिमी नदियां सिंधु, झेलम और चिनाब नदी का 80 फीसदी पानी पाकिस्तान को आवंटित किया गया. 1960 में विश्व बैंक ने मध्यस्थ के रूप में भारत-पाक के बीच सिंधु जल संधि को कराया था.
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