PM मोदी के 'प्रगति' मॉडल की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने की तारीफ, जानें क्या कुछ कहा

Oxford University study praises PM Modi: पीएम मोदी की तारीफ करने वालों में अब इंग्लैड का ऑक्सफॉर्ड विश्वविद्यालय भी शामिल हो गया है. दरअसल, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने पीएम मोदी की 'प्रगति' पहल की तारीफ की है.

Oxford University study praises PM Modi: पीएम मोदी की तारीफ करने वालों में अब इंग्लैड का ऑक्सफॉर्ड विश्वविद्यालय भी शामिल हो गया है. दरअसल, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने पीएम मोदी की 'प्रगति' पहल की तारीफ की है.

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Suhel Khan
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पीएम मोदी (Social Media)

Oxford University study praises PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विभिन्न योजनाओं से आज देश तेजी से तरक्की कर रहा है. जिसे लेकर समय-समय पर दुनियाभर के देश पीएम मोदी की तारीफ करते रहते हैं. अब इंग्लैंड की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है. दरअसल, ऑक्सफॉर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा हाल ही में की गई एक स्टडी में प्रगति को उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए आदर्श बताया गया है. इसके साथ ही इस शोध में कहा गया है कि शासन में बदलाव के लिए दुनियाभर के देशों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'प्रगति' पहल से सीखना चाहिए.

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ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट में क्या कहा गया?

बता दें कि देश में शासन और विकास के क्षेत्र में पीएम मोदी ने प्रो-एक्टिव गवर्नेंस एंड टाइमली इम्प्लीमेंटेशन (प्रगति) शुरू की गई है. जिसकी ऑक्सफोर्ड ने तारीफ की है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक शोध में कहा गया है कि 'प्रगति' भारत में 340 प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में तेजी लाने में मददगार साबित हुई है. जिसकी 201 अरब डॉलर का खर्च आया है.

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जानें क्या है पीएम मोदी की 'प्रगति' पहल

दरअसल, प्रगति मंच डिजिटल इंडिया का एक मजबूत भाग है, जिसे 25 मार्च 2015 को डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत पीएम मोदी शुरू किया था. यह एक बहुउद्देश्यीय और बहु-मॉडल प्लेटफॉर्म है, जिससे ई-गवर्नेंस, पारदर्शिता के अलावा जवाबदेही को बढ़ावा मिलता है. यही नहीं इस मंच से केंद्र और राज्य सरकारों के बीच समन्वय स्थापित होता है. जिससे परियोजनाओं के निष्पादन में देरी और जटिलताओं को काफी कम किया जा सकता है.

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बता दें कि ऑक्सफोर्ड के अध्ययन का शीर्षक "ग्रिडलॉक से विकास तक: कैसे नेतृत्व भारत के प्रगति पारिस्थितिकी तंत्र को प्रगति की शक्ति प्रदान करता है". जिसमें कहा गया है कि पीएम मोदी का नेतृत्व सरकार और नौकरशाही के बीच के दूरी को कम करने में सफल रहा है. प्रगति ने ड्रोन फीड, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, रियल-टाइम डेटा का इस्तेमाल कर जमीनी समस्याओं का समाधान किया. इसके साथ ही लंबित परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने के लिए यह पहल गति और कुशलता की एक मिसाल बन गई है.

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