Northeast Flood: पूर्वोत्तर में भारी बारिश और बाढ़ से अब तक 36 लोगों की मौत, 5.5 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित

Northeast Flood: देश के कई राज्यों में इनदिनों भारी बारिश हो रही है, लेकिन सबसे ज्यादा खराब हालात पूर्वोत्तर के राज्यों के हैं. जहां भारी बारिश के बाद नदी नाले उफान पर हैं और कई इलाकों में बाढ़ आ गई है.

Northeast Flood: देश के कई राज्यों में इनदिनों भारी बारिश हो रही है, लेकिन सबसे ज्यादा खराब हालात पूर्वोत्तर के राज्यों के हैं. जहां भारी बारिश के बाद नदी नाले उफान पर हैं और कई इलाकों में बाढ़ आ गई है.

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Suhel Khan
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Flood in Assam 3 June

पूर्वोत्तर में भारी बारिश का कहर जारी Photograph: (ANI)

Northeast Flood: पूर्वोत्तर के सभी राज्य लगातार हो रही भारी बारिश के चलते बाढ़ और भूस्खलन की चपेट में है. बाढ़ और भूस्खलन के चलते सोमवार तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 36 हो गई. जबकि साढ़े पांच लाख से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हैं. सबसे ज्यादा मौते असम में हुई हैं. जहां मौसम संबंधी घटनाओं में 11 लोगों की जान गई है. जबकि अरुणाचल प्रदेश में 10, मेघालय में 6, मिज़ोरम में 5, सिक्किम में तीन और त्रिपुरा में एक शख्स की मौत हुई है. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को सभी पार्टी राज्य इकाइयों और कार्यकर्ताओं को दिशानिर्देश दिए कि वे पीड़ितों की हर संभव मदद करें.

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असम के 22 जिलों में हालात बेहद खराब

भारी बारिश और बाढ़ से असम के 22 जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. जहां पांच लाख 35 हजार से ज्यादा लोग प्रकृति की मार झेल रहे हैं. राज्य में अब तक 11 लोगों की जान जा चुकी है. जबकि राज्य की 15 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पिछले दिनों सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में शामिल लखीमपुर जिले का दौरा किया. इस दौरान सीएम ने लोगों को पूर्ण सहायता और राहत उपायों का आश्वासन दिया. कई इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते सड़क, रेल और नौका सेवाएं बाधित होने से परिवहन प्रभावित हुआ है.

सीएम सरमा ने की मेघालय के मुख्यमंत्री से मुलाकात

सोमवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुवाहाटी में मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा से मुलाकात की. जिसमें तीन प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हुई. जिनमें असम-मेघालय सीमा विवाद, एक संयुक्त बिजली और सिंचाई परियोजना का प्रस्ताव और गुवाहाटी में शहरी बाढ़ से निपटने की रणनीति शामिल रही. बता दें कि पिछले वर्ष से ही सरमा ने गुवाहाटी की बिगड़ती जलभराव की समस्या के लिए मेघालय में, विशेष रूप से ऊपरी री-भोई जिले में, पहाड़ी काटने की गतिविधियों को जिम्मेदार ठहराया है.

सिक्किम में सैन्य शिविर पर भूस्खलन

इससे पहले रविवार शाम सिक्किम के मंगन जिले के लाचेन शहर के पास छतेन में एक सैन्य शिविर में भूस्खलन हो गया. जिसके मलबे में दबने से तीन सैन्यकर्मियों की मौत हो गई. जबकि नौ लापता हो गए. एक रक्षा अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश के चलते भूस्खलन हुआ. इस भूस्खलन में जान गंवाने वाले जवानों की पहचान हवलदार लखविंदर सिंह, लांस नायक मुनीश ठाकुर और पोर्टर अभिषेक लखड़ा के रूप में हुई है. सिक्किम के डीजीपी अक्षय सचदेवा ने कहा है कि लाचुंग और चुंगथांग कस्बों में फंसे 1,678 पर्यटकों को निकाल लिया गया है. जबकि अभी भी 100 से ज्यादा लोग लाचेन में फंसे हुए हैं.

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