इंडिगो संकट के बीच बोले पीएम मोदी- जनता के हित में हों नियम और कानून, इनसे किसी को ना हो परेशानी

NDA Meeting: एनडीए के ससंदीय दल की 9 दिसंबर को एक अहम बैठक हुई. इस बैठक में पीएम मोदी ने जनता के हित वाले नियम और कानून बनाने पर जोर दिया. उन्होंने यह भी कहा कि नियम कानून से किसी को परेशानी नहीं होना चाहिए.

NDA Meeting: एनडीए के ससंदीय दल की 9 दिसंबर को एक अहम बैठक हुई. इस बैठक में पीएम मोदी ने जनता के हित वाले नियम और कानून बनाने पर जोर दिया. उन्होंने यह भी कहा कि नियम कानून से किसी को परेशानी नहीं होना चाहिए.

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Dheeraj Sharma
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PM Modi in NDA Meeting

NDA Meeting: संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है. 8 दिसंबर को वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने के मौके पर लोकसभा में इस पर चर्चा हुई. इसके बाद मंगलवार यानी 9 दिसंबर की सुबह संसद भवन में एनडीए संसदीय दल की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित गठबंधन के सभी सांसद मौजूद रहे. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य हालिया राजनीतिक और प्रशासनिक मुद्दों पर चर्चा करना और विभिन्न राज्यों में विकास से जुड़े एजेंडे को आगे बढ़ाना रहा. बिहार चुनाव में एनडीए की शानदार जीत के लिए पीएम मोदी का विशेष रूप से सम्मान भी किया गया.

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इंडिगो संकट पर भी बोले पीएम मोदी

इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा की उपस्थिति ने बैठक को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया. सभी नेताओं ने सामूहिक रूप से संगठन, शासन और विकास के विषयों पर विचार-विमर्श किया. साथ ही इस बैठक में पीएम मोदी ने एक साफ संदेश भी दिया कि नियम और कानून से किसी को भी परेशानी नहीं होना चाहिए. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि निमय या कानून जनता के हित में होना चाहिए. उनका साफ संदेश इंडिगो संकट को लेकर था. 

पीएम मोदी ने सांसदों को दिए स्पष्ट निर्देश

बैठक के दौरान पीएम मोदी ने सांसदों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं और जनता से सीधे जुड़कर काम करें. उन्होंने स्पष्ट किया कि कानून और नियम जनता की सुविधा बढ़ाने के लिए बनाए जाते हैं, न कि उन्हें परेशान करने के लिए. इसलिए सांसदों को चाहिए कि वे विकास योजनाओं को इस तरह लागू करें कि आम नागरिकों को उसका सीधा लाभ मिले.

बुनियादी सुविधाओं के विकास को पीएम ने बताया अहम

खेल-कूद, युवाओं से संवाद, नवाचार और बुनियादी सुविधाओं के विकास को भी पीएम मोदी ने समान रूप से महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने जोर दिया कि प्रत्येक सांसद को अपने क्षेत्र की जरूरतों को समझकर टिकाऊ समाधान की दिशा में कार्य करना चाहिए.

हर क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता: किरेन रिजिजू

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बैठक के बाद बताया कि प्रधानमंत्री ने केवल आर्थिक नहीं, बल्कि हर तरह के सुधारों पर जोर दिया है. उनका कहना था कि भारत को आगे ले जाने के लिए प्रशासनिक, सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर व्यापक परिवर्तन जरूरी हैं.

रिजिजू ने कहा कि लोकसभा में चुनाव सुधारों पर चर्चा शुरू होने वाली है, जबकि राज्यसभा में वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर गृह मंत्री अमित शाह दो दिवसीय चर्चा का नेतृत्व करेंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस चर्चा को चुनाव से जोड़ना गलत है, क्योंकि यह ऐतिहासिक अवसर अपने आप में महत्वपूर्ण है.

बैठक का मुख्य संदेश

इस बैठक का सबसे बड़ा संदेश यही रहा कि सरकार जनता के बीच जाकर काम करने, पारदर्शिता बढ़ाने और सुधार की गति को तेज करने के लिए प्रतिबद्ध है. एनडीए सांसदों को इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया गया, ताकि शासन अधिक संवेदनशील और जन-केंद्रित बन सके.

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