राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के डायरेक्टर जनरल सदानंद प्रीति इन दिनों जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में मौजूद हैं. उनका यह दौरा हाल ही में अनंतनाग जिले के पहलगाम क्षेत्र में हुए आतंकी हमले की जांच की निगरानी के लिए हो रहा है. दो दिन से वैली में रुके DG NIA, जांच की दिशा और रणनीति तय करने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं.
श्रीनगर में हुई हाईलेवल मीटिंग
श्रीनगर में शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई, जिसमें NIA के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस की लोकल इंटेलिजेंस यूनिट, मिलिट्री इंटेलिजेंस, सीआरपीएफ की खुफिया शाखा और अन्य एजेंसियों के अधिकारी शामिल हुए. बैठक का उद्देश्य घटनास्थल से जुटाए गए सबूतों का विश्लेषण करना और जांच को आगे बढ़ाना था.
घटनास्थल से जुटाए कई सबूत
सूत्रों की मानें तो कल DG NIA ने लगभग तीन घंटे तक ग्राउंड ज़ीरो यानी बैसरन घाटी का दौरा किया, जहां यह आतंकी हमला हुआ था. इस दौरान उनके साथ मौजूद NIA की तकनीकी टीम ने घटनास्थल से कई अहम सुराग और डिजिटल साक्ष्य जुटाए हैं.
हमले के पीछे ISI?
जांच में यह संकेत मिले हैं कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का हाथ हो सकता है. कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ और कॉल रिकॉर्ड्स से मिले सुरागों की पुष्टि की जा रही है. इन साक्ष्यों को जल्द ही दिल्ली भेजा जाएगा, जहां विदेश मंत्रालय इनके आधार पर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को बेनकाब करने की योजना बना सकता है.
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हो सकती है कई गिरफ्तारियां
फिलहाल NIA और अन्य सुरक्षा एजेंसियां पूरी तत्परता से इस हमले की तह तक जाने की कोशिश कर रही हैं. आने वाले दिनों में कुछ और गिरफ्तारियां या बड़े खुलासे सामने आ सकते हैं. एजेंसियों का फोकस न केवल स्थानीय सहयोगियों की पहचान पर है, बल्कि आतंकियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट देने वाले नेटवर्क को भी ध्वस्त करने पर है.
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