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Year Ender 2018: इस साल इन हस्तियों ने दुनिया को कहा अलविदा

अपने-अपने क्षेत्रों में बेहतरीन काम काज की वजह से इन तमाम लोगों नें एक बड़े वर्ग के बीच में अपनी जगह बनाई, जिसे दुनिया हमेशा याद करेगी.

Updated on: 26 Dec 2018, 06:21 AM

नई दिल्ली:

साल 2018 अपनी उपलब्धियों से ज़्यादा नुकसान के लिए याद किया जाएगा. इस साल भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी, दिग्गज फिल्म अभिनेत्री श्रीदेवी, हिंदी के वरिष्ठ कवि केदारनाथ सिंह, कवि गोपालदास नीरज, तमिलनाडु के पूर्व मुख्यीमंत्री एम करुणानिधि, पूर्व भारतीय टेस्ट कप्तान और पूर्व चीफ सेलेक्टर अजीत वाडेकर, प्रसिद्ध जैन मुनि तरुण सागर, कांग्रेस नेता नारायण दत्त तिवारी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार और बॉलीवुड में वडाली ब्रदर्स के नाम से मशहूर प्यारे लाल वडाली जैसे कई बड़ी हस्तियां इस दुनिया से रुख़सत हो गए. अपने-अपने क्षेत्रों में बेहतरीन काम काज की वजह से इन तमाम लोगों नें एक बड़े वर्ग के बीच में अपनी जगह बनाई, जिसे दुनिया हमेशा याद करेगी.

श्रीदेवी

साल के शुरुआत में ही ख़बर आई की सब की चेहेती, चुलबुली मात्र 54 वर्ष की अभिनेत्री श्रीदेवी की मौत हो गई. वह दिन 24 फरवरी 2018 का था जब श्रीदेवी दुबई के एक होटल में अपने परिवार के शादी सामारोह में हिस्सा लेने आई थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बताया गया कि फ़िल्म अभिनेत्री की मौत बाथ टब में गिरने से हुई. श्रीदेवी ने अपने फ़िल्म करियर की शुरुआत 'सोलवां सावन' से की थी जो साल 1978 में आई थी. सदमा, मिस्टर इंडिया, तोहफा, नगीना, निगाहें, जुदाई, चांदनी, हिम्मतवाला, मवाली, तोहफा, ख़ुदा-गवाह, चालबाज़, इंगलिश-विंगलिश और मॉम जैसी प्रसिद्ध फ़िल्मों में काम कर हमेशा के लिए लोगों के दिलों में जगह बना गईं.

कवि केदारनाथ सिंह
वहीं हिंदी के वरिष्ठ कवि केदारनाथ सिंह ने 19 मार्च को 86 साल की उम्र में लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली।. केदारनाथ सिंह नई कविता के अग्रणी कवियों में शुमार थे.

वडाली ब्रदर्स

बॉलीवुड में वडाली ब्रदर्स के नाम से मशहूर प्यारे लाल वडाली का निधन 9 मार्च 2018 को अमृतसर में हुआ.


कवि गोपालदास नीरज

19 जुलाई 2018 को पद्मभूषण से सम्मानित हिंदी के साहित्यकार, कवि, लेखक और गीतकार गोपालदास 'नीरज' का निधन हो गया. गोपालदास का निधन 93 वर्ष की उम्र में दिल्ली के एम्स में हुआ. नीरज को तीन बार फ़िल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है.

एम करुणानिधी

7 अगस्त 2018 को द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) के अध्यक्ष एम करुणानिधि ने 94 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया. वह काफी लंबे समय से बीमार थे. करुणानिधि दक्षिण की राजनीति के सबसे शक्तिशाली राजनेता माने जाते थे.

सोमनाथ चटर्जी

लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे सोमनाथ चटर्जी का 13 अगस्त को कोलकाता के एक अस्पताल में निधन हो गया. यूपीए-1 के दौरान चटर्जी लोकसभा अध्यक्ष रहे थे. इसी दौरान सीपीएम यूपीए से अलग हो गई थी लेकिन सोमनाथ चटर्जी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देने से इनकार कर दिया था. जिसके बाद उन्हें 2008 में सीपीएम से निष्कासित कर दिया गया था. चटर्जी 1968 में सीपीएम में शामिल हुए थे.

अजीत वाडेकर

पूर्व भारतीय टेस्ट कप्तान और पूर्व चीफ सिलेक्टर अजीत वाडेकर का 15 अगस्त 2018 को 77 साल की उम्र में निधन हो गया. वाडेकर अपने दौर के उम्दा लेफ्ट हैंडर बल्लेबाजों में शुमार थे., उन्होंने भारत के लिए 37 टेस्ट मैच और 2 वनडे मैच खेले.

अटल बिहारी वाजपेयी 

भारत रत्न, कवि हृदय और देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 16 अगस्त 2018 को लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के एम्स में निधन हो गया. वाजपेयी ने जनसंघ से भारतीय जनता पार्टी तक का सफर तय किया. उनकी सरकार में दक्षिणपंथी विचारधारा के विरोधियों को भी महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी दी गई. यह अटल ही थे जिन्होंने मायावती, ममता और जयललिता को एक साथ एक मंच पर खड़ा किया. विपरीत विचारधारा के लोगों के साथ चलना अटल बिहारी वाजपेयी की खूबी थी.

गुरुदास कामत

कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के क़रीबी गुरुदास कामत का 22 अगस्त को निधन हो गया. गुरुदास कामत अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्‍य भी रह चुके थे. वह 2009 से 2014 तक उत्‍तर-पश्चिमी मुंबई सीट से सांसद थे. वह यूपीए सरकार में केंद्रीयमंत्री भी रह चुके हैं.

जैन मुनि तरुण सागर

दिल्ली के शहादरा के कृष्णा नगर इलाके में प्रसिद्ध जैन मुनि तरुण सागर ने 1 सितंबर 2018 को मात्र 51 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. मुनि तरुण सागर का जन्म साल 1967 में मध्यप्रदेश में हुआ था और उनका जन्म का नाम पवन कुमार जैन था.

अनंत कुमार

कर्नाटक में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार का फेफड़े की कैंसर की वजह से 12 नवंबर 2018 को बेंगलुरु के शंकरा अस्पताल में 59 वर्ष में निधन हो गया.

एनडी तिवारी

तीन बार मुख्यमंत्री रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता नारायण दत्त तिवारी का 18 अक्टूबर 2018 को निधन हो गया. वह दो बार यूपी और एख बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रह चुके थे. वे केंद्र में वित्त और विदेश मंत्री भी रह चुके थे इसके साथ ही वह आंध्र प्रदेश के गवर्नर भी रहे थे.